In Mohabbat Ek Saza Episode 52, emotions run high as the consequences of love and betrayal come to light. With every passing moment, the tension deepens and decisions must be made that could change everything. Will justice be served, or will love suffer another blow? Watch this gripping episode to find out what happens next in this powerful story of passion, sacrifice, and redemption. Don’t forget to like, comment, and follow for the latest episodes
Category
🎵
MusicTranscript
00:00अरे हां मैं तो भूली गया था हाला कि मैंने आपके कजिन के लिए फूल भी बिजवे थे कैसे हैं वो कोई चोट तो नहीं आई अली बिल्कुल ठीक है आपने शायद अखबरात में पड़ा होगा लेकिन उसे कोई चोट नहीं आई वो बच गया हम सब बहुत डर गए थे ले
00:30मैं यानि एक शक्स में मुझे बैस्ट विशस के साथ भूल बेजे है और खुश्बू तो बहुत ही अच्छी थी क्यूं तो में वो फूल पसंद नहीं है अपना खेया लगता हूँ
00:43सी लेटर
00:55वेल अपी कहना तो नहीं हो लिया ना
01:00नूर अच्छा हूँ तुम मिल गए करीम साब जा रहे हैं चली ठीक है उमीद है कि आपको एजंसी पसंद आई होगी जी हाँ पसंद रही बहुत पसंद रही और अब तो हम वैसे भी मिलते रहेंगे आपस में या यानि हाँ हमने मौहिदा कर लिया है
01:27और कल तुम भी डील के मौके बर अपने विस्ताखत करोगा है यह तो बहुत खुशी की बात है पराचा मैं बहुत सादर खुश हूँ गाड़ी तैयार है अगर आप चलना चाहें
01:37तो फिर कल्शा में मलखात हो रही है बिलकल बड़ी बात है यह कांगेजलेशन्स यह हम सब के नीक अच्छी डील साबित होगी इंशाला
01:48बाई बाई बाई ऐसा करो पीछे से पानी बिडाल दो लो हां कियो कुछ सादे खुश होगे मैं चलो आओ एजेंसी चलते हैं और मिलकर खुशी मनाते हैं
02:18सच कहूं तो मुझे यह डील समझ में नहीं आ रही मुझे इसमें सिर्फ उनका फाइदा दिख रहा है आगे जरूर कोई मसला होगा
02:42क्या आपसे बाते कर रही हूं हवा से नहीं
02:45मतलब
02:48इतनी खास भी नहीं थी
02:51बस आम सी शकलो सूरत थी और कोई खास टाइब भी नहीं था उसका
02:54इस तरह की हजार लड़किया मिल जाती हैं और कितनी हम रिजेक्ट भी कर चुके हैं
02:59हमें बस एक में चहरे को चांस देना था
03:02तो दे दिया और वो बंदा तो काबल है वैसे
03:05और जहां तक उस लड़की की बात है तो आगे चलकर सब को सीख जाएगी वह
03:10इस टाइल चलना उटना बैटना सब सीख जाएगी लेकिन चहरा अच्छा है
03:14यही तो सिर्फ चहरा ही तो अच्छा है उस लड़की का
03:18अल्ला करे जो चांस हमने लिया है उससे कोई नुकसान नहीं होगा
03:23मुझे भी यहीं उम्हीत है
03:25कुछ नहीं होगा
03:28बात को मुक्तसर करते है आए तुछ सहबा इस मामले में अभी बहुत कुछ भाखी है
03:41मेरी बीटी से जो तुमने रखम लिये वह तुम्हारे काम के लिए काफी से जाता है
03:49मैंने पुरानी यादों की वेज़े से एक पुराने प्रणुसी की बच्ची की मदद किये
03:56और आप अपने दिये गए कुछ पैसों का हिसाब कर रही है मुझसे
04:01कहां गई आपकी खदर्शनाजी आए तुलसाहबा मेरे साथ कोई खेल मत खिलो
04:06मेरी बेटी की बेवगुफी ने तुम्हारे गलीज वजूद पर दौलत की बारिश करती है
04:11तुम्हारे बालों का रंग तो बदल गया लेकिन तुम्हारी जहरीली जबान नहीं बदली
04:29तुम्हारी बेटी ने अपने शोहर की यानि अली कोजान की जान लेने की कोशिश की
04:35ऐसे जूट मत भूलो तुम मैंने जुम्हे बताया था कि मेरा शोहर नहीं होगा वहाँ
04:39अलीना
04:40अलीना साहिबा क्या आपने हदन फर को चाहिल समझा था कि वो अखबार नहीं पर था
04:49देखो हर सफ़े पर क्यालिक खा हुआ है यही के अली कोजान आखरी लम्हें में बजगिया
04:55अब अगर मैं उसके पास जाकर कहूं बराए मेरबानी आप मुझे माफ कर दो
05:02तुम्हारी बीवी ने मुझे उकसाया था ऐसा करने के लिए और ये भी कहूं कि जिस बोर्ट में आपकी महभूबा थी उससे बंप से उड़ाने का हुकम भी दिया था जो मैंने पूरा किया अली साहब
05:12अली साहब फिर अगर उसके बाद मिरी जान लेनी तो ठीक है बनता है ओ ये ना भी लेकिन आप अलीना साहबा आपकी आलत मौत से भी बत्तर होगी
05:24अमी और कितीने खम चाहिए दुमें एक मिलियन एक मिलियन और चाहिए
05:48ठीक है मैं थोड़ी दिर में नीचे आ रहाँ और फैल्स भी लेकर आँगा साथ अपने
05:54अलीना ने हमें शायद एक साथ उस दिन कश्टी पर देख लिया था और वह सब को जानती है
06:03मगर जानती तो वह खमोश नहीं रहती
06:07जब तक उसे खमोश रहने का ना कहा जाए
06:13मैंने तुम्हें मूं मांगी रखम दी है मजीद और पैसे मांग रहे हो नहीं दे सकती इंपॉसिबल
06:20गोजान खांदान का फर्द होकर भी इंपॉसिबल कहना ही दर असल इंपॉसिबल है
06:29अरे लेकिन मैं इतनी बड़ी रखम अली को बगार बताए कहां से लाँगी
06:37और फिर अगर मैंने मैनेज कर भी लिया तो वो मुझसे पूछेगा कि ये रखम कहां खर्च की
06:42सोचे अलीना जायबा कौन सा काम जादा मुश्किल है रखम का बंदुबस करना या अपने किये का इसाब देना तो में रखम मिल जाएगी ठीक है
06:54मैं अली के इलम में लाए बगएर एक हफ़ते के अंदर इस रखम का बंदुबस कर सकती हूं
06:59दो दिन मुम्किन नहीं दो दिन में इस रखम के इंतिसाम करना ना मुम्किन है बिल्कुल
07:10दो दिन आइतल सहबा वो बे सिर्फ तुमारे लिए पुराने पड़ोसी होने के नाते मैं तुमको सिर्फ दो दिन का वक्ते रहा हूं
07:23तीसरे दिन की सुबा को इसकी गुनाहों के बारे में सब जान जाएंगे
07:29हाईतल सहबाव कभी अपनी बेटी को लेकर चाहे पाई यह ना
07:48चले यह से
07:50हाई
07:59अली को बताए बगएर दो दिन में आप इतनी बड़ी रकम कहां से लाएंगी अमी आप पागल हो गई है क्या
08:08यह सब मुसीबत तुम्हारी वज़ा से आई है और तुम कह रही हो के मैं पागल हो गई है
08:12बेवकूफ क्या सूचा था तुमने कि महले के चाहे खाने के किसी मामूली आदमी को थोड़ी सी रकम लेकर वो तुम्हारे शोहर की बोट को उड़ाते गा और पर तुम्हारा इसान मन भी होगा
08:21अम्मी अब हम करेंगे क्या अलीना आइंदा तुम मेरी अजासत के बगए कोई कदम नहीं उठाओगी तुम्हारे सर की मुसीबत तुम्हारे कट से भी बड़ी मुसीबत बन जाएगी मेवकूफ
08:33आप मुझे नसियत देना छोड़ दे अम्मी अब हमें क्या करना चाहिए मैं बस वो पूछ रही हूँ आपसे
08:38तरा भी अवाला घर बेश तुम्ही दौा करो कि वो दो दिन में फरुक्त हो जाएगी तुम बस दिन प्राब उसके लिए दौा करो
08:48बेकूँ
09:17देखो तुम्हारी अमी पहले ही सोच चुकी है नानी ने कहा था कि इनके सर में बहुत ज्यादा दर्द है
09:24लेकिन इन्होंने आज मुझे कहानी सुरानी थी
09:30आज रत मैं सुना दूगी ठीक है ना ठीक है वसे भी आपके कहानियां साद अच्छी होती है
09:38चलो शापर
09:42तुम दुनों तो गए भी रहते हो भी नजरी नहीं आते हो
09:59हमारा बैट टाइम स्टोरी का वक्त हो गया है वाबा प्लीज हमें तंग ना करें नुर साहवा अगर आप इजासत ने तो क्या मैं अपने बेटे को किस्त कर लूँ
10:18जी जरूर क्यों नहीं तुम बिना कहानी सुने नहीं सो सकते क्या हाँ
10:28चुड़ेल अल्ला तुम्हे घारत करें पता नहीं कब तुमसे जान चुड़ेगी
10:34आमी आप तो मुझे डिरा ही देती है यार
10:38मैं बच्चे की वज़े से सोने का ड्रामा कर रही थी
10:41आइले तुम मर्द को बच्चा नहीं कहोगी
10:43उसे मेरा बेटा कहोगी
10:45मेरा लाल कहोगी
10:47वना याद रखना वो बाहरवाला मनसर तुम्हारी तक्तिर बन जाएगा
10:51आपने भी देख लिया है ना कैसे वो तीनों हस रहे थे
10:54और मेरे शोहर को देखे एक आया के साथ चक्कर चलाता फिर रहा है
10:57जब हो जाओ
10:58सब तुम्हारी गलतिया है
11:00अब शिकायत मत करतो
11:02अगर तुम्हें ये मुसीबत हमारे सर ना डाली होती
11:04तो मर्द अब तक हमारे साइड हो चुका हो था
11:07आपने उस घर के माम लेका क्या क्या
11:11स्टेट रेजिन की मताबिक दो दिल में ये मुम्किन नहीं
11:15और अगर कोई खरीदार मिल भी जाता है तो काफसी कारवाहियों में वक्त लगेगा
11:19और अगर उसमें वेटना किया तो हाँ
11:22दोआ करो के वो रुक जाए
11:31चलो अब सोजाओ मेरे शेर कहानी खत्म हो चुकी है
11:34अब सोजाओ अगर कुछ और बागी नहीं है
11:36अलीना कैसी है?
11:56सो रही है
11:57उस बोट के हाथसे ने दिमाग में बहुत असर डाला है
12:00मैंने फोन के अटा उठाया नहीं आपने?
12:02हाँ आप याद आया
12:04अलीना के साथ मस्रूफ थी
12:06क्या हुआ?
12:08कोई खाबर है? कोई अहिम बात?
12:10आई जर अलोन में बात करते हैं हम
12:12हाँ हाँ बिलकुल
12:14या अल्ला ये क्या बाते करने वाले हैं
12:16अल्ला तो मेरी मदद कर बस
12:29मैंने अंदर आने को नहीं कहा तो अफराद
12:31तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे बेडरूम में इस तरह आने की?
12:33जिस तरह तुम्हारी हिम्मत हुई बोट में बम रखवाने की
12:40क्या तुम्हें कुछ अजीब नहीं लगा?
12:42मने बताया तो था अंटी
12:44और कुछ नहीं
12:46एक बार तस्वीर सामने आजां उसके बाद
12:49सब कुछ वाज़ हो ही जाएगा
12:51हमारा गाम बहुत मुश्किल है
12:53ये इतना बड़ा धमागा था
12:55बाकाइदा प्रोफेश्टन गातिलाना हमला
12:58अल्या ने तुम्हें बचाया बेटे
13:00तश्वन कभी नहीं सोता तुम्हें सोचना चाहिए था
13:03जब तुमने मुझे बुलाया तो मैं समझी
13:06कि तुम्हें इस हाथ से कि बहले में शाहिद कुछ पता चल गया है
13:09मैने दिरसल यहाँ
13:11अलीना के लिए बुलाया था
13:13तुम फिकर ना करूं
13:15बस सिर्टर थोर कुछ नहीं
13:17अंटी
13:19अलीना
13:21मेरे और नूर के बारे में क्या जानती है बताये मुझे
13:35इतनी बड़ी बेवकूफी
13:37जब तुमने नूर का फून मांगा था तो मुझे लगा
13:40तुम बस उनके दर्मियान फासला बढ़ा मचाती हूँ
13:42ये बिलकुल नहीं सोचा था कि तुम तो उन्हें उड़ा ही डालोगी
13:46मैं तो ऐसा तसवर में भी नहीं सोच सकता
13:49अगर तुम्हें हाथ साती तौर पर ही चोड़ना लगी होती
13:54तो तुम्हें लगता है कि
13:57अली इस वक्त यहां तुम्हारे पास मौजूद होता
14:00और नूर फून के बगएर होती जिससे वो उससे रापता नहीं कर पाती
14:03तुम्हारा शोहर तुम्हारे पास होता और
14:06तुम्हें अपनी सौकन और
14:08उसकी महबबस से भी हमेशे के लिए निजात मिल जाती
14:11उसे अली से कोई महबबत नहीं है
14:12उसकी नियस सिर्फ और सिर्फ मेरे शोहर की पैसे पर खराब है
14:15आखिर तुम खुद को इस आख में क्यों जला रही हो अलीना
14:18तुम्हारे पास एक बड़ा मौका है
14:35अगर तुमने इन सब बातों का जरा सब हिस्सा अली को बताया
14:41या औरत को बताया
14:42तो कोई भी मुझे रोक नहीं सकेगा
14:44खुद की जान ले लूँगी मैं
14:47अगर मैंने अपने शोहर कोया
14:49तो तुम यह मत सोचने के मैं इन बातों से तुम्हारी फुदूल सी महबबत में आ जाओंगी
14:53तुमने मुझे अभी तक समझा ही नहीं अलीना
14:58तुमने कभी मेरी महबबत को जर्रा बराबर भी समझने की कोशिश ही नहीं की
15:02तुम चाहती हो मैं तुम्हारी महबबत को समझू
15:05तो फिर मुझे बताओ तू
15:08क्या तुम मेरे इस रास को रास रखकर अपनी महबबत दाबत कर सकोगे
15:13देखें अलीना को अगर हम दोनों के बारे में कुछ भी पता होता ना
15:20तो ये फामा उस पुरी तरह जोलस चुका होता
15:22वो चुप नहीं रहती हर्गेस चुप नहीं रहती
15:24हाँ जब तक उसे कोई चुप रहने के लिए ना कहता
15:29वाँ
15:30यानि अलीना तुम्हारे कालोका धा तक कि तुम्हारे शादी की बारे में भी जाती है
15:34लेकिन मैंने उसे चुप कर आया है ना
15:36लेके आंटी मेरी बात का ये मतलब नहीं है
15:38यानि कि अगर उसे हम दोनों पर शक है
15:40और वो कड़ियां जोड़ने की कोशिश कर रही है
15:42लेकिन फिर भी उसे कड़ियां नहीं जोड़ी जा रही है
15:43और आप उसे काबू करने की कोशिश कर रही है
15:45बस करो, अली खुदा के बस करो, मेरी बेटी कर एक हादसे से गुसरी, तुम मौत की पंजे से बचे, और हम इस बारे में बात कर रहे हैं, जाहरे वो ओरत ये बाते तुमाई जहन में डाल रही है, लेकिन मैं उसे नाराज नहीं हूँ, मुझे गुस्सा आ रहा है, अच्छा �
16:15कर घर में ऐसे दाखिन हुए जैसे नीन में चल रही हो, मैरी उसे मालूम भी नी कि उसने क्या का और क्या नहीं, अंटी, मैंने आपसे सिर्फ एकी तो सवाल पूछा है, और सिम्बल है, उस सवाल का जवाब चाहिए मुझे, तो जवाब दे आप पुछे, ये मामला इतनी �
16:45इतने बेबस हो गए कि सब कुछ बुला बैठे, और क्या मतलब है इसका, आँखी खुलो बेटा, अपनी आँखी खुलो अली, देखो तुम्हारी बीवी ने अपनी धुए सी अकुछ से क्या क्या कर दिखाया, अभी से उसने तुम्हारे बच्चे के साथ तुम्हें उसकी
17:15तुम्हारे ये बीवी आगे चल कर बहुत कुछ करने वानी है, याद रखना
17:22आप मेरे बीवी को बिलकुल भी नहीं जानती है अटी, बिलकुल भी नहीं
17:38ख़द
17:42देखो फरात, मेरा मुकदर सर्फ तुम्हारी जबान पर मुनासर है
17:47ये तुम्हार भी इंतिहान है
17:51या तो तुम मेरा साथ दोगे, या फिर उनकी तरफ उचाओगे
17:57अगर तुम मेरा साथ दोगे, तो यकीन ये हम तोनों की अच्छे शिरुआत होगी
18:02अलीना, तुम्हें मुझे ये सब कहने की जरूरत नहीं है
18:07मेरा फैसना मेरे दिमाग नहीं बलके मेरे दिल नहीं किया है
18:12बहुत साल पहले, जो बहुत लंबे अर्से पहले किया था
18:17तुम्हारे अलावा कोई और मेरी मंजल नहीं
18:32रात के इस वक्त तुम यहां नाखेरियत मालूम करने आया था
18:39गुड नाइट
18:42गुड नाइट
18:44अमी
18:51फरहब मेरे साथ है
18:54वाकरी में वो मेरे साथ है
18:57तुमने उसे कोई ऐसा इशारा तो नहीं थी जो उससे होस्ता दे
19:00अमी वो इतना नफसियाती और जुनूनी है कि उसे
19:04मेरे रास को महफूज रखने के लिए
19:06उसे किसी होसली की ज़रत नहीं
19:09उस नफसियाती और जुनूनी कही जाने वाले एहसास करना
19:12महब्बत है अलीन
19:14और तम भी अच्छी तरह जानती हूँ कि
19:17महब्बत को नजर अंदास करना ये उसका मजाख उड़ाना
19:21खतरनाख हो सकता है बहुत
19:22अब छुड़े ना फरहाद और उसकी बेमाएने जजबात को
19:27मुझे ये बताएं अली और आपकी क्या बात हुई
19:29नूर को तुम पर शक हो गया है
19:31उसे रखता है कि तुम्हे उनके रास का इल्म हो गया
19:35और उसने ये बात अली को बताती है
19:37कितनी चलाक है चुड़ेल बेशरम
19:41बिल्कुम
19:42तो अब हम क्या करेंगे अम्मी
19:45हम उसे एक बड़ी खलती करने पर मजबूर करेंगे
20:01बस अमी बस ये कहाँ चलेगी सुबह सुबह
20:04मर्द की कमरे के सफाई करने गई है
20:07इतनी बड़ी बहु यानि वह बच्चे का समान से मेट रही है वह
20:11क्यों बाबजा काम करने से हाथ किस जाएंगे कि उसके
20:13अहाँ अब सुबह सुबह तुम फिर से मत चुरू हो जाना
20:16मर्द का खिलोना को गया था नूर उसी को ढूंडने गई है बस
20:20कल रात उसी ने सुलाय था
20:22आयतल साहिवा ने नूर से कहा कि तुम जल्दी से चले जाओ कि वहां मर्द अकेला है
20:26वो भी क्या दिन थे न जब आयतल साहिबा अपनी उस पुरानी आया को बत्तमीजी से बलाय करती थी
20:33हाँ वह यह से होना चाहिए अब वो कैसे बत्तमीजी करेंगी अली कोजान के बीवी है आखिर वो
20:56यह बात किसी को भी नहीं पता चलनी चाहिए खास तोर पर अली को तो बिल्कुल नहीं
21:05मैं वाकरी बहुत डरी हुई हूँ अगर उसे पता चला तो मैं बरबात हो जाओंगी
21:10पहली बार मैंने इतना बड़ा कदम उठाया है अगर उस ब्लास्प में अली बोर्ट नहीं होता तो पता है ना कि क्या होता
21:15यह नहीं हो सकता यह नहीं हो सकता
21:19कोई अवाज आए है मैं तुम्हें बाद में फोन करूंगी
21:27कौन है वहाँ
21:31मर्द के तुम हो
21:36तुम यहाँ क्या करें थी
21:40मैं तुम से पूछ रही हूँ क्या करें थी तुम यहाँ पर
21:48खेलोना ढूल रही थी मैं
21:50तुम यहाँ पर कितनी देर से हुलूँ
21:53मिल गया खेलोना यह आप मट को दे दीजगा
21:56मतलब कर वहाँ का इसे में करवाए था
22:05के लिपना लिए में लिए डराशे लिए में लिए लिए बराशा समयं
22:13कहुआ लिए लिए अ लिए लिए लिए खोजाँ
22:30हाँ, शाबाज, अच्छी तरह चमका, देखो सरा वो टायर वहाँ पर रह गया है, क्या तुम चुप नहीं रह सकती, ये काम अच्छा लग रहा है तंपर मुझे, इसलिए कह रहे हो हाँ जल्दी चला, वक्त तो नहीं जाया करो तुम मेरा, चुप रहा हूँ,
22:46मूर, कहा जा रही हो, मुझे एक जरूरी काम है, एजनसी में मुलकात होती है, बेश शरम कहीं की, देखा ना आपने,
23:08मेरे चहरे पर नज़र डालते हैं, खौफ से बेहोश होने वाली थी, अब देखें, खाना पीना चोड़कर, अली को मेरी शकायत के लिए दोड़े दोड़े गई है, दोड़ने दोसे बेटा, अली अपनी खाला की महालत के सामने एक बार फिर सर्शुका देगा, वो, अमनी
23:38की तरफ ना ले जाओं, अमी, बास अवकाद अलीना, खत्रे को शिकस देने के लिए, उसका सामने करना जरूरी होता है, जी हाँ, जी हाँ, जानता हूं मैंसे, भीम के बाद अबना मैसेज रिकार्ट करवाई, शुक्रिया, अली, मैं तुम से मिलने तुम्हारे ओफिस आ र
24:08जरूरी बात करनी है, अली, सच में बहुत जरूरी बात है, पफिसर मैंने अपसे कहा था, वही आई है, चलो हमें फ़ारा निकलना है, मैं भी साथ आ रहा हूं
24:38मैंने आपसे कहा ना, वो यहां नहीं है, और वो कॉल्स भी अटेंड नहीं कर रहे है, अगर कोई पैगाम है तो मुझे बताते, नहीं, नहीं, मैं आउनका अंतिजार कर लूँगी
24:54ठीक है, एजिंसी के काम के लिए हमें वो रेस्टरान पसंद आया है, हमारे लिए बिल्कुल मुनासिब है वो, बहुत शुक्री आपका, ठीक है फिर आपसे शाम आट बज़े मुलकात होगी, मुलकात आट बज़े होगी
25:15ठीक है, आप पर हाथ से, मैं घर के लिए निकल सकती हूँ ताकि इस राट की मीटिंग से पहने सारे काम बहाए न निम्टागो
25:21हाँ हाँ, तुम जा सकती और इस मीटिंग के लिए तुम्हारी ज़रूरत नहीं है मुझे
25:24अ, वो, मीटिंग में क्या मैं नहीं आ सकती, बिस्निस डिनर है न
25:32अलमास, मैंने तुम से कहा ना कि इस मीटिंग से तुम्हारा कोई लिने दिनर नहीं है
25:35मैंने सिब रेस्टोरान की बुकिंग के लिए कहा था तुम्हार वहाँ तो हिरा साहबा भी होंगी न
25:41तो इस बज़े से मीटिंग में होना ज़रूरी है मेरा
25:43तुम्हारी ये बातें वाकर मुझे हैरान कर दिती है
25:47लेकिन हरगे ही बात जहन में ना लाना कि तुम हिरा साहबा का मकाबला कर सकती हूं
25:51मैं अली साहभ की हर मीटिंग में उनके साथ होती थी
25:56तजर्बस ज्यादा है मेरा
25:57वो पराने दिन थे अलमास
25:59शाबाश अलमास
26:09शाबाश
26:11क्या हाल हो गया है तुम्हारा
26:14किस हैसित पर पहुंच गय हो
26:26अब क्या चाहिए
26:47जाहिद अन्मन नमबर से मेसेज आया
26:50अब तो उन्होंने मुझे पी ढून निकाला है
26:53अपने क्या करूंगी हां अल्ला का वास्ता है मदब करो मेरी जाहिए
26:56अगर यह बात दाबा को बता चल गई तो मुझे जान से मार देंगी तो मेरी मदब कर दो साहिए
27:00बाई पलीस आ रही है
27:18आने दो
27:22अरे वो देखो अली आ रहा है
27:39अस्तलाम अलीकम
27:40और यह स्थ्परे बाई बाई
27:43तरी बहुत शुक्रिया चाचा शब्राब कीजए
27:45शुक्रिया आप सबका बहुत बहुत शुक्रिया
27:48खुशामदी तली बेटा
27:49मेरे पोते की स्कूल की फिस्ट तुम ही देते हो
27:52जानते हूं मैं कौन हूं
27:53बिल्कुल जानता हूं दैसीन चाचा, अपना हाथ चूमने दे
27:56तुम यहां आते क्यों नहीं हो बेटा, इस अलाके से तुमारी यादे जुड़ी है
28:00वो अंदर घजनफार है न, उससे मुझे जरा काम है कुछ
28:03कहा गया वो आत्मी, कसम से नहीं मालूम है मुझे
28:06जब मैं यहां आया तो, वो यहां मुझूद नहीं था
28:10मुझे पता है वो कहा हो गया इस वक्त, अची तरह जानता हूं मैं
28:30देखो जरा, चाया धूरी इसकम तक कि यह भी भाग है
28:34भागो कहा तक भागो के जून लूँगा भा तुम्हें
28:39कहा है वो इसके बहुत अची तरह से जानता है इस वक्त, तो कहा भागा होगा
28:51मेरी बात सुनो ली, इससे उगलबाना हमारा काम है
28:54लेकिन हमें अरेस्ट वरंट चाहिए होंगे
28:56आपने अब तक हमारा बहुत साथ दिया है
28:58लेकिन इसके आगे हमारा काम है आपका नहीं
29:00हाई ये काम आपका इसे लिए भाग गया हो क्योंगे आपने सही तरही किसी किया रही
29:03अब आप लोगों को कि इस गलत जिते नुक्तान किसका वह सर्थ मेरा
29:06यहाँ पर आदो मेरे पास
29:10आओ हमारे साथ बैठ जाओ चाहे पी कर चले जाना
29:14अल्ला तुम्हे बहुत खुशी है दे बेता
29:16अल्ला कुश रखिया आपको बहुत शुक्रिया भाई अगली दफ़ जरूर
29:19खुदा हाफिस
29:20अपना ख्याल रखना खुदा हाफिस
29:22तुम इसे केक मारने से डरते क्यों हो अली
29:43चलो भी अली इसका अंतिसार कर रहे हो
29:46तुम तो मुझे कह रहे थे ना अब तुमें क्या हो गया
29:48अब परिशान ना हो हम इस मामले को देख लेंगे
29:53तुम चोड़ेंगे नहीं
29:55रिलाक्स हो जो जो लीना
30:14रिलाक्स हो जो
30:17तुम फोन नहीं उठाओगे
30:35क्या करेंगे अमियाप
30:36हाँ देदे फोन मैं उसे घुस्सा नहीं दिलाना चाहती
30:39मुझे उसके घुस्से की परवा नहीं हमने दो दिन दिये था
30:42एक दिन अभी बाकि
30:43वो तुमें जब चाहे कॉल नहीं कर सकता
30:45ये नहों कि उसे हमारा बेबस होना मालूम हो जाए
31:05हमला क्यों करेंगे ये भी हो सकता है उसके अपनी मर्दी से ना किया हो
31:08किसीने कहा होगा ऐसा करने के लिए
31:09शायद किसीने मुझसे अपना पुराना बदला लेना होगा इस बारे में मैं कुछ भी नहीं कह सकता है
31:14चलो खैर है भाई पुलीस इसके पीछे है ना
31:16तुम इसकी बिल्कुल फिकर मत करो, हमें वेट करना होगा
31:18देखते हैं क्या निकलता है
31:20मुझे एक काम के सिलसले में जाना होगा
31:22दूर दफ्तर में बैठी है, तुमारा वेट कर रही है
31:24ठीक है, मैंने उसका मेसेज देख लिए, मैं पहुंच रहूँ है
31:27मेरा नाम अली होजान है, मैं पैदे जमीन पर हूँ, लेकिन मेरी उड़ान अस्मान उपक है
31:57मेरा रह जड़ान आपक है
32:27गेलो
32:34बस यही सब है मेरे पास
32:36मैं इसका क्या करूंगा अल्मास
32:40गेपी लो
32:42जो अन्नो नंबर आये है न
32:44यह उसको देदेर मामला खत्म करो
32:46तुम मेरे तमाम मसाल अच्छी तरह समझते हो
32:53यह तो तुमने मिद से जाना है
32:55मगर इसके पीजे क्या है तुम नहीं जानते
32:57मेरा इन मामलाथ से क्या लेना देना है
33:01कहां किती ही लोग
33:03युक्रेणियन
33:05युक्रेणियन को जानती हूँ मैं
33:09मस्तला तो तुम्हारे ही है
33:11याद आता है मुझे के विछले साल इसी वकपर
33:14एक तामिराती युक्रेणियन कमप्टी के साथ
33:16तुम्हारे जगड़ा हो गया था
33:17अरे हाँ
33:19सही कहा
33:21हाँ
33:23वो लोग बस हर बार नई धमकियां देते रहते हैं
33:26और अली सहाब वो तो हर दुपा की तरह ना परवात है
33:29उन्हें क्या फर्पता है
33:31प्रोजेक्ट तुम्हारे पास था
33:32इसलिए तुमसे चगर रहे थे वो
33:34अल्ला के कसम ये मेरे जहन में क्यों नहीं आया
33:37तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो
33:38वो लोग मुझे ही निशाना बना रहे थे
33:39उन्होंने एक कमरे में खुफिया आला लगाया था
33:42मेरे जहन क्यों नहीं गया वहाँ
33:44अब फूम को बार बार मत देको मुझे बहुत घुसा आ रहा है
34:08और अगर उसे दुबारा कॉल की
34:09अलीना मुझे से एक ही बाद सौदर्फ मत कहलवा
34:12तुम इसे मुस्लिबत को छोड़ो अभी
34:15मूर का प्रतर तर कहुं चुक्योंगी
34:17सेकेटरिक को फून करके पुछो कहा है वो
34:19अब मुझे उमीदे कि हमने कोई गलती ना कियो बस
34:22तुमने जिन्दगी का सबसे बड़ा गलत कड़म उठाया और यह सब करने के बाद तुम उससे रही हो
34:29कौन को कर रहे वही है
34:34जी कहें अच्छा बहुत खूब शक्रिया बहुत बहुत शक्रिया आपका हम ठीक हम चाबियों का वेट करेंगे ठीक है
34:50शक्रिया आपका घर फरुख्त हो गया घर लिडीना लीना कुछ और उन्होंने चाबिया एक घंट तक मिलने का कहा है
35:04क्या तुम जानती हो कि मुझे ये कितना महंगा पड़ा है नीना
35:08सेकेटरी को फोन करो जल्डी मानूं करो
35:13मैं अली का वेट कर रही हूँ
35:16हो सकता है आने में देर हो जाए
35:18मुझे उमीद है कि डिनर के लिए तुम्हें अपने शाहर की इजादत नहीं लेनी होगी नूर
35:22अभी इस पर कुछ नहीं कह सकती
35:24नूर देखो ये डिनर बहुत इंपार्टिन है किसी बेक इसम की गलती नहीं उन चाहिए
35:29ठीक है ठीक है समझ गई इन मैं
35:30नूर साहिबा खुश्रामदीद अली साहब आप अंदर जाए हम अंदर सेलकर बात करते हैं
35:38जब तक मैं नूर साहिबा से बात करों किसी को भी अंदर आने की इजाज़त मत दीजेगा ओके जी ठीक है सर चलिए चलिए प्लीज
35:47मेरी जान मेरा सब कुछ
35:57हलो कहिए
36:05हाँ वो बस अभी ही आए है
36:09लेकिन आपकी आया यहां काफी देर से वेट कर रही थी
36:13अब वो अली सर के साथ है
36:14मैदम उन्हें डिस्टरप को इनी से मना किया है
36:19ठीक है ठीक है शक्री आपका
36:21देखा वो नागिन जहर उगलने पहुँच गी है
36:26उगलने तो बेटा
36:28देखना अपने जहर से ही मर चाएगी इन्शाला
36:33तुम्हें बहुत रेट करवाया है मैंने
36:37लेकिन मैं क्या करता यार
36:39वो बोट वाला मामला बस बहुत ही जल्द हल होने वाला है
36:42अली मैं तुम से इसी बारे में बात क्यों ने आई हूँ यहाँ
36:45जानता हूँ जानता हूँ कि तुम बहुत डेरी हुई हूँ मगर तुम परिशान मत हो
36:49दरसल हम बहुत गरीब बहुत चुके हैं सुबूत मिलने वाले हैं
36:52यह मसला बहुत ही जल्द हल हो जाएगा मेरी जान
36:54अली मुझे तुम्हें कुछ बताना है
36:59कहो ना
37:00तुम ठीक तो हो ना
37:05काप रही हो तुम तो यार
37:07यह बहुत मुश्किल है
37:10बहुत अफसोस भी है मुझे
37:13क्योंके मैं ऐसी बात करने जा रहे हूँ अभी जिसका वाकई अफसोस है
37:17अफसोस क्यों हो रहा है ऐसा क्या है
37:19अलीना हाँ
37:24पूर्द में अलीना ने रख वाय था
37:28घुसर जाएगा मेरीचा यह दिन भी
37:38सब कुछ घुसर जाएगा
37:40मेरेशान नहीं हो
37:42मा कह रही है तो कुसर जाएगा
37:45मुझे ऐसे मत दुखाओ
38:04क्या करूँ
38:05मैं जानती हो कि यह कितनी नकाबले यकीन बात है
38:08लेकिन मुझे कहना पढ़ रहा है
38:10मैं तुम्हें किसी किसर की कोई अजियत नहीं देना चाहती हूँ
38:12मुझे पता है यह बहुत खौफना बात है
38:16यकीन करो मैं खुद को बहुत रोक रह थी
38:18यहां आने से पहले मैंने काई दफा सोचा कि यह गल्प भी हो सकता है
38:21लेकिन सच कहूं तो इसी नतीजें पहूंची मा
38:24कि भबमों से नहीं रुखता हूँ
38:26और मैंने यह खुच सुना है
38:28ज Alee
38:28मैंने उसकी नख़ें देखी है ईली
38:30मैंने तुम्हें कल बे कहा था यह
38:32मैंने कहा था कि वो कुछ तो जानती है
38:33लेकिन तुमने मेरी बात नहीं सुनी
38:35अब कुछ तो कहो न मुझसे
38:38आँखी खुलो बेटा
38:39अपनी आँखी खुलो अली
38:41देखो तुम्हारी बीवी ने अपनी दूई सियक्ट से क्या क्या कर दिखा गया
38:45अभी से उसने तुम्हारे बच्चे के साथ
38:47तुम्हें उसकी मा के खिलाफ कर दिया
38:49वो मॉटल बन गई
38:50पैसे कमाने लगी
38:51उसे खुद पर एक मात आंके
38:53ज़रा सा सर उठाया और अनीना की जड़े काटना शुरू कर दी
38:56मुझे बशक हो गया था अली
39:00लेकिन बस यकीन नहीं था मुझे
39:02कि वो ये कर सकती हैं हर कर
39:04अंदाज़ा भी है कि आपक्वास कर रही हो तुम ये
39:06तुम्हें अंदाज़ा भी है
39:09कि तुम किस पर इल्जाम लगा रही हो नूर हां
39:11तुम जिस पर इल्जाम लगा रही हो
39:12वो मेरे बेटे की माँ
39:30तुमसे आखरी बार कह रहा हूँ चाहे कोई भी सिचुएशन हो चाहे कुछ भी हो जाए नूट लेकिन अलीना के खिलाफ में कोई भी इल्जाम बर्दाश
39:35क्या? ये तुम क्या कह रहे हो अली?
39:38क्यों बखवास करें हो? कहना कह चाती हो? कहरे मेरे सवाल का जवाब दो उसके बात उसे कुछ बूछना
39:44तुम्हें ये बात समझ में क्यों नहीं आ रही? वो किसी से कह रही थी के अगर ब्लास में अली अंदेरी होता तो पता है ना क्या होता?
39:49मुझे भी यकीन नहीं आ रहा था कि इसने कैसे किया ये? मुझे पूरा यकीन है उसने किसी के साथ मिलकर गरवाए थी
39:55अब और कुछ नहीं सुनने मुझे
39:57खामोश बिलकुल चुपोचो एक लवज मिने बिलकुल चुप
40:01यानि मैं छूट बोल रही हूँ