जयपुर सेंट्रल जेल से बाहर आया क्या सनसनीखेज सच? वारदात में देखें
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00:00नवास्कार मैं हूँ शम्स ताहर खान और आप देख रहे हैं वारदाथ जैपुर सेंटरल जेल से चार बीमार कैदी शहर के एक बड़े अस्पताल में इलाच के लिए भेजे जाते हैं
00:24बीमार इसलिए कहरा हूँ क्योंकि खुद जेल के डॉक्टर ने ये लिख कर दिया था लेकिन इसके बाद वो चारों कैदी अस्पताल से अचानक गायब हो जाते हैं
00:34अस्पताल के अंदर वो जेल वैन तो खड़ी थी जिन में उन्हें लाया गया था लेकिन चारों कैदी और उनके साथ आए पांच पुलिस वाले गायब थे इसके बाद जानते हैं वो चारों कैदी कहा मिले शहर के अलग-अलग होटलों में अपनी अपनी बीवी और गल्फ
01:04जेल न हुई खाला अम्मा का घर हो गया वरना क्या बात थी कि जिन कैदियों को बीमार होने पर सीधे जेल से अस्पताल और अस्पताल से फिर इसी जेल में वापस लोटना था वही कैदी जेल की जगर शहर के इनालीशान होटलों में अयाशी करते हुए मिले
01:24इस कहानी को सुनकर लगता है कि यूपी बिहार तो नहांखी बदनाम होई काईदे कानूनों को पलिता लगाने में अपणों राजस्थान भी पीछे नहीं
01:38सिक्कों की खनक के आगे काईदे कानूनों को गिर्वी रखकर जेल में बंद कैदियों को एक तै सीमा के लिए भागने और फिर उन्हें वापस जेल में लेकर आने का ये वो खेल था जिसका 24 माई को एकाएक परदा फाश हो गया
01:54वरना क्या पता ये सिलसिला पहले भी यूही चलता रहा होगा और आगे भी चलने वाला था
02:00अलिशान होटलों में अपनी अपनी बीवी और गर्ल्फरिंड्स के साथ मधुर मिलन और मौज मस्ती की एसाजिश बुनी तो थी जेल में बंद चार छटे हुए बदमाशों ने
02:12लेकिन उनकी इस प्लैनिंग में जेल के अधिकारियों और चालान लेकर जाने वले पुलिस कर्मियों ने भी कुछ इतना बढ़ चड़कर साथ दिया कि मानों वो जुर्म नहीं कोई पुन्य का काम कर रहे हुँ
02:23इस कहानी का खुलासा 24 मई को तब हुआ जब सवाई मानसिंग अस्पताल के पुलिस टेशन के एसेचो को एक मुखबिर से खुफियाज जानकारी मिली
02:33मुखबिर ने बताया कि जैपूर सेंटरल जेल से चार कैदियों को इलाज के नाम पर एसेमेस अस्पताल लाए गया है
02:40जहां से उन्हें भगा देने की तैयारी हैं ये सुनते ही पुलिस वाले सननाटे में आगए
02:45ये जेल ब्रेक का बड़ा मामला हो सकता था फौरन इसेमेस थाने की टीम अस्पताल पहुची और जैसी की खबर थी मामला वैसा ही निकला
02:54सचमुच अस्पताल के धन्वंतरी ओपीडी से लेकर पूरे अस्पताल के आहाते में कहीं भी वो चार कैदी नहीं मिले जिनके बारे में पुलिस को मुखबिर ने खबर दी थी
03:06खास बात ये रही कि कैदियों के साथ साथ वो पांच पुलिस वाले भी गायब थे जिन पर इन कैदियों की निगरानी और फिर उन्हें वापस जेल पहुचाने की बड़ी जिम्मेदारी थी
03:16ये और बात है कि अस्पताल में पुलिस की वो गाड़ी खड़ी नज़र आई जिस गाड़ी में कैदियों को अस्पताल लाए गया था
03:24चानबीन करने पर इस कहानी का एक और पहलू सामने आ गया
03:29पता चला की जेल से समस अस्पताल में इलाज के लिए चार नहीं बलकि पांच कैदि लाए गये थे
03:34लेकिन पांच में से चार गायब हो गये जबकि एक कैदी कहीं नहीं गया
03:39उस कैदी के साथ एक पुलिस वाला अस्पताल में ही रहा और फिर वहां से जेल चला गया
03:44जबकि बाकी के पुलिस वाले कैदियों के साथ ही नदारत हो गया
03:47अब पुलिस ने फरार कैदियों और पुलिस वालों की लोकेशन पता करने के लिए पूरी ताक़ छोंग दी
03:53तब तक पुलिस को ये नहीं पता था कि ये कैदी जेल से भाग कर सचमुच कहीं जाकर छोग गए है
03:59या फिर कोई और ही खेल खेल रहे
04:01जल्दी कैदियों की लोकेशन का पता चल गया
04:05रफीक और भवरलाल नाम के दो कैदी जिन पर कतल और रेप जैसे संगीन गुनाहों के इलजाम है
04:11उनकी लोकेशन शहर के जालुपूरा इलाके में पाई गई
04:15जबकि financial fraud के केस में जेल में बंद बाकी के दो कैदी अंकीत बंसल और करन गुपता की लोकेशन एयरपोर्ट के इर्दगिर्द मिली
04:24आनन फानन में इस मामले की तफ्तीश लाल कोठी पुलिस के हवाले कर दी गए
04:29अब लाल कोठी की पुलिस टी में जब अलग-अलग कैदियों का पीछा करती हुई बताई गई जगहों पर पहुँची तो ये सारे के सारे कैदी दो अलग-अलग होटलों से बरामद कर दी गए
04:39कमाल देखिए कि इन होटलों में इनकी बीवी और गर्ल्फरिंड्स ने अपने मुल्जिम आशिकों के साथ नसिर्फ मधुर मिलन की पूरी तैयारी कर रखी थी बलकि इसके लिए बाकाइदा कमरे भी बुक करवा लिये थे
04:52मगर एन मौके पर पहुँची पुलिस ने रंग में भंग डाल दिया
04:57चारों के चारों बंदी दबोच लिये गए
05:00इन बंदियों के साथ गायब जिन पुलिस वालों के बारे में अब तक ये समझा जा रहा था
05:05कि वो भी शायद कैदियों का पीछा करते हुए अस्पताल से निकले है
05:08वो असल में कैदियों की मदद करते हुए अस्पताल से उनके साथ निकले थे
05:13और उन होटलों में ही मौझूद थे जहां आशीकी का पूरा प्रोग्राम पहले से ही सेट था
05:19यानि सारे के सारे पुलिस वाले कैदियों से पहले ही मिले हुए थे
05:24ऐसे में लालकोठी ठाने की पुलिस ने कैदियों के साथ साथ पाँच पुलिस वालों को भी धर्द बोचा
05:29अभी तक कि जानकारी की अनुसार हमारे यहां से 25 तारीक को 24 तारीक को चार पांच प्रिजनर्स को SMS में रेफर किया गया था नियम अनुसार उनके लिए पुलिस से गाड मागी गई थी और पुलिस गाड की उपलब्दता पर सनिवार को उन्हें SMS बिजवाया गया
05:50वहां से पुन्हें बापस हमारे पास एक ही बंदी जब बापस आया तो जानकारी की गई तो पता चला कि दो बंदी रफीक और भमर सिदार्थ होटल में पुलिस ने ग्रफतार किया और दो बंदी करन और अंकित को जो अंडरे ट्राइल थे उनको बेलाकासा जो होटल है उसम
06:20के लिए जो पुलिस गार्ड हमने जिसकी कस्टडी में सौंपे थे उनका पुलिस गार्ड की उसमें सनलिपतार रही और उनको भी ग्रफतार किया गया इसके बाद अभी तक हमारे पास जो पुलिस की गार्ड है और उनके जो साथ हुआ मिले थे वो लोग हमारे पास यहां �
06:50बलकि कैदियों की बीवी और उनकी गल्फिंट्स भी उनके मददगार के तौर पर शामिल थे
06:55लेहाजा गिरफ्तारी का दाइरा भी एक एक कर बढ़ता गया
06:58और 24 जुलाई से शुरू हुई इस कारवाई के चार दिन गुजरते गुजरते गिरफ्तार लोगों की तादाद 15 तक पहुँच गई
07:06जिन में गल्फिंट्स और दूसरे मददगार भी शामिल थे
07:10शहर के होटलों में चलते इस गोरगधंदे की खबर मिलने पर हम उन होटलों में भी पहुँचे
07:16जहां जेल से भाग कर मौज मस्ती की पूरी तैयारी की गई थी
07:20लेकिन होटल वालों ने कैदी और पुलिस वालों की किसी भी साजिश से खुद को बेखबर बताया
07:26जालूपुरा के होटल सिधार्थ के मैनेजर ने यहां तक कह दिया कि कैदी उनके पास आये जरूर थे
07:31लेकिन चुकि उनके आई कार्ड क्लियर नहीं थे उन्होंने कैदीयों को होटल में इंट्री ही नहीं दी
07:37और कैदीयों का पीछा करती हुई आई पुलिस टीम ने उन्हें होटल के दर्वाजे से ही गिरफ़तार कर लिया
07:42जैपुर सेंट्रल जेल से जो चार कैदी निकल कर अलग-अलग होटलों के बाहर ये अंदर पाए गए थे
07:50उन में से दो थे रफीक और भवर ये जैपुर के जालूपुरा स्थित वो सिधार्थ होटेल है जिसके बारे में ये कहा जा रहा था कि यहां से दो आरोपियों को पकड़ा गया है
08:00जबकि होटल के संचालक महेंद्र का कहना है कि होटल के अंदर से उनको नहीं पकड़ा गया यह आप देख सकते हैं सिधार्थ होटेल है और यहां पर महेंद्र मौजूद हैं महेंद्र जी क्या कुछ घटना करम हुआ था आपका यह कहना था कि होटल के अंदर से नहीं पकड�
08:30वैसे लाल कोठी की पुलिस इस मामले की जाँच में जरूर लगी है लेकिन अभी कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब मिलना बाकी है
08:43सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि जेल के डॉक्टर की भूमी का इस मामले में क्या है
08:48चार ऐसे कैदी जिने कोई तकलीफ नहीं है और जो रंग्रलिया मनाने की हालत में हैं उन कैदियों को आखिर जेल के डॉक्टर ने इतना गंभीर रूप से बीमार कैसे मान लिया कि जेल के अस्पताल की जगा सीधे शहर के सबसे बड़े अस्पताल में इलाज के लिए रेफर
09:18अरजी जैसी बीमारी के लिए जिसे फारी तोर पर लाइफ थ्रेटनिंग डिजीज के तोर पर नहीं देखा जाता तो क्या कैदियों को जेल से भगा कर एशगा तक पहुचाने की ये साजिश महीनों पहले रचली गई थी और क्या इस साजिश को जेल अधिकारियों और जे
09:48प्रशासन और डॉक्टरों जिन्होंने रेफर किया उनकी मिली भगत की भी क्या बात सामने आ रही है उसके लिए हमारे बास जैसा मैंने आपको पहले बताया कि पुलिस इन्वेस्टिगेशन में उनकी सनलिप्तिता की जो बात सामने आएगी अभी तक हमारे सामने नहीं आ
10:18सिक्कों की खनक के दम पे इन कैदियों ने कानून का कैसा मजाग बना लिया था इसका अंदाजा अप इस बात से भी लगा सकते हैं कि कहां तो इन्हें सेंट्रल जेल से महज 2.5 किलोमीटर के फासले पर मौझूद सवाई मांसिंग अस्पताल तक जाना था और वापस आना �
10:48समझने की कोशिश करते हैं
11:18प्रिसकर्मियों की जिनकी मिली भगत से ये कैदी इतनी दू सिर्फ मौज मस्ती के लिए निकल गए थी।
11:25विशाल शर्मा के साथ देवांकुर वधवन जैपूर आज श्टान।
11:30जेल के बाहर इन कैदीयों की मौज मस्ती के लिए सारे इंतजाम किये गए थे।
11:36एक कैदी की बीवी तो अपने साथ ड्रक्स भी लेकर आई थी ड्रक्स इतनी कि वो आराम से बाकी के ड्रक्स जेल में भी ले जा सके जाहिर है इने जेल से निकलने का आइडिया या जेल से निकालने का तरीखा मुफ तो होगा नहीं फिलहाल गिरफतारी पंदरा तक पहुंच
12:06रफीक से मिलने पहुंची उसकी बीवी अपने साथ ड्रक्स यानि नशे की खेब लेकर आई थी जिसे वो रफीक को देने वाली थी और रफीक ये ड्रक्स लेकर जेल लोट जाता यानि इस हिसाब से देखा जाए तो ये मामला सिर्फ जेल से भाग कर मौज मस्ती करने का न
12:36लगे हुए उसकी जालू पुर दाने की पुलिस लिए गये साथ डीवीयार कर दो को बुकिंग नहीं हुए थी क्या रफीक और भवर के नाम पर किसी के नाम पर जो सिद्धार्त होटेल में पाई गए बताय जा रहे थे रफीक की पत्नी कहा जा रहा था कि वहो वहां पर ड
13:06आपको लगता नहीं कि ये बेहत संसनी खेज मामला है और ये जो इन-मेट्स हैं ये पहले भी कई बार इस प्रकार की हरकत हो सकता हूँ?
13:13इस बात को नकारा नहीं जा सकता है अगर इस तरह का प्लान है लेकिन हम लगातर हम हमारे इस तरह से पुलिस के साथ संयुक्त तलासियां प्रति दिन नियमित और आचक तलासियां की जाती है और इस बात में ये भी एक बात इस पस्ट है कि जो भी प्रिजनर आता है उसके हम �
13:43दो कैदियों को अंकित और करन को पुलिस पकड़ कर ले गई थी यहाँ पर वो दो कैदी जानकारी के मुताबिक आयाशी कर रहे थे इलाज करवाने की बजाए यहाँ पर आकर वो एक तरह से यहाँ पर एक गाला टाइम स्पेंड कर रहे थे इस पूरे मामले में कई लोगों क
14:13लानी गार्ड्स को पैसा दिया था जिसके चलते उनको यहाँ पर आने की इजाज़त दी गई इस पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है अंकित और करन को पुलिस यहाँ से ले गई विशाल शर्मा के साथ देवांकुर वधावन जैपूर आज तक
14:29वारदात में फिलाल इतना ही मगर देश और दुनिया की बागी खबरों के लिए आप देखते रहे हैं आज तक