00:00पंचकुला शहरा तेका घरा समोर एक गाडी बराच वेल उभी होती, तेवर टावेल टाकलेला होता
00:05घरा समोर रिष्य गाडी उभी असले ने घरातील तरुणा ने गाडी जवल जाउन हटकला
00:10अन दर्वा जा उगडला तेवा एक व्यक्ति गाडी तुन बहराला
00:13तेरुणा ला गाडी तुन वास आला अनि गाडी जवल जोपलेले आवस्तेत आड़नाले, ते एक मेकान वर अडलेले होते
00:20तेमे तरुणा ला संशे आला या विषय गाडी तुन बहायर आलेले व्यक्ति ला तेने विच्छारले असता
00:25डेराडू नेतिल रहिवाशी प्रवीन मित्तल हे ते असलेच समोराल
00:30त्या नंतर त्या व्यक्तिने त्या तरुनाला सांगीतल
00:33क्या आमी विशारी आउश्चत गेतले माजावर करज होता मनुदमी हे सगल केले
00:38डेराडून एथिल रहिवासी प्रविड मित्तल है त्यांचा कुटुम्बिया सह पंचुकुला एथिल बागेश्वर धाम इथा आयोजीत हनुमान कथा कारिकर माद सह बागी होना सटी आले होते
00:47दिरेंद्र शास्त्री आंचा हनुमान कथेला उपस्तित रहाने सटी हे कुटुम्ब डेराडून नितित्या आले होते कारिकर माट प्लान अंतर घरी परत्ताना तैननी सामुहिक आत्म हत्या केली
00:58मुरतान मदे प्रविन मित्तल, प्रविन मित्तल यांसे आईवडिल, प्रविन चिपतनी दोन मूलियानी एका मुलाचा समवाईशा है
01:04गाडित एक सुसाइड नोट ही सापडली, त्यात कुटुमबावर खुब करज होता दिवाल खोरी जाली उतियसा लिहना ताल होता
01:11त्याला जबापदार आपन असलेचा, प्रविन मित्तल ने त्या सुसाइड नोट मदे लिला होता
01:16प्रविन मित्तल तरोना शे बोलत असे परेंत जिवनत होते, तरना ती थे बसून पाणी ही देना ताल, पन एम्बुलन्स बढ़ेत न आलेने नंतर तैंसा ही मृत्ति उधाला
01:24जब सुसाइड नोट मदे तैनी मामाचा मुलाचा उल्लेक किला होता, त्यास मामाचा मुला ने या सग्रया गुष्टीन बपत काईस पश्टी करन दिले थेका
01:54जब से बहुत शरम मुसूस करते थे पैसे मांगते हुए
01:57मैंने देखा नहीं पर ये बता रहे हैं कि सुसाइड लेटर मिला उसमें मेरा नाम लिखा हुआ है
02:04कि मेरे मामा जी के बेटे ही मेरे सब पुछ करेंगे, इनature cos करने ये ये ही मेरे दास नसकार उगज़ा करेंगे
02:21मुझे इतना मालूम है कि मरी पाइट अग्र मंदिर के पास कहीं रहे हैं किराएटể
02:28वो ये बताने कि स्केड़री में परा ड्रक्स नहीं पता मुझे
02:31तो कारन क्या राधियों ऐसा किया होगा तिस तरी जो शी गारं तो यही गाड़ी चलाते थे ड्राइब राइब एज टैक्सी तो कितने मेंबर ते जो फैमिली बे कौन पार यही साथ मेंबर पुरी पूरी फैमिली है यह यहमले लग अब बनो परवीन मितल पुसकी वाइफ �
03:01गर नहीं बढ़े बच्चो को प्राया है, जो भी हुआ है, पता ने क्या किया है, किस में मिला के दिया है, कैसे दिया है, क्या दिया है, ये तो बगवानी जानता है.
03:07इस विप लिखा नहीं था जाएगा है? चैनिका नहीं पढ़ा शुसाइड नोटते है.
03:11औहैं अपर्स यह बदालयों ऑप उन्हें अप्साइड को एल्पा उमर् पिलसर ने लिखागी एक तो था हमारे वारे मिलिका था मेरे बारे
03:19मिलिकार तूस्रा लिख लिखा डिए चैसे भी ए पर उन पर कोई
03:23एशनली आए ढ़ एग कैन रिकार वास यह ढिते दो लिख
03:28अप्टायानिया भूचिछ निया निधाने अब प्रिक्टाइ या लिखा निया जानतुबस्तित के किस्तित भी वो तॉपिंग्न मैने बात्चीत करते हैं डिया कि मैं अधे वार्यज रख लगा कि वैसे ही फोन आया मेरे फुफाजी के तोड़े दिमाग में थोड़ा फर्�
03:58वो फोन आ जाता था वी ऐसे से देसराज मित्तल जी है वो आपके रिष्टेदार है हां जी है जी वो ऐसे से स्तारा सेक्टर में घूम रहे हैं जी इनको कुछ पता नहीं लग रहा है इनको आके ले जाओ तो मुझे लगा वही कुछ हुआ है आज भी शैद तो फिर उन्होंन
04:28अजी है जी वो आप नामे नहीं हो तो वो का है तब एक ड्राइवर था वाप शैद आप जो बोल रहे हो ही होंगे वो वो होस्पिटल में जखे गए है वो भी जिन्दा है
04:58कोजा अल्टकर आपक रहे हैं जब तक होता है जब तक अपने पास कुछ है देने को कुछ भालों ने भी जो प्रौपटी मर्च कर ली थी सारी गाड़ियां थी यह सब कुछ भी देके नहीं कए देरा दुन आसे दस साल पहले यह देरा दुन गए थे आपना फलैर जिनके �
05:28तर देरा दून चुप चुप चुप चुप चुप चुप किसी को भी निपता, छे साल बाद हमारे को एक दिन फोन आया कि भाया मैं प्रवीन बोल रहा हूं मैं आप देरा दून हूं मैं लुद्यान आ रहा हूं।
05:49परानी बते हैं सार्डार फऺंद्रा इस क्रोड़ रपर र्ता वो बहुत परानी
05:59वह दिय दून चले गहें देज्ट देज्ण नहीं ते तो हम यह चंडीगध में तो फिर यह मेरे मैं पापा इनके मामा जी लगते हैं ना तो
06:09तो पापाजी कहते हम मिलने आहे हैं थान फिर मैं देरा दून इनके पास मिलके आया है था हुआं पह vịर्वा कर रहे थे अपना खा अपना खा रहे थे रोटी खा रहे थे यह साल अऑब पहले
06:36वो ग्राउंट फलोर पे रहते थी ना पिंजोर में फिर वहां पे भी इनकी आपस में कुछ बंती नहीं थी लड़ाई जगड़े हो रहे होंगे कुछ वह रख तो यह फिर वहां से चलेगे कहते हैं जो हमारे को इनने पांच दिन पहले भी बात हुई मेरे पपागी इन से के
07:06को कि हमको तरलोक कले तो पापा ने का हुई किसी चीज की जुरूरत हो कता है मामा जी अभी कोई नहीं जुटा है जूट तो मैं ले लूँगा अभी थोड़ दिन पहले तो भईया ने बेजे हैं पचाश जार पे तो यह बात हुई है बस इसके बाद बस को यह बात साथ मे
07:36पर यह बात साथ जो उनका फोन आता रहा थिर बारा बजे असी भी साब का फोन आया फिर चोकिन चार्ज काया वो किते सुबे आजाओ आजाओ आजाओ आपको बडी जाए रोगर करने तो फिर मैं सुबे चुछे बजे उठके आगया माँ आठ बजे पहुंचा यहां पर �
08:06अट्पास आतों आत्ता परेंदजे समोराले थान उसारे या कुटूंबासा एकुणास प्रवासा संश्यास पद दिसुनेच यह लोग माँ उठके काई काई समोरियोते पहन महत्वाच असनारा है पैस सद्य देशात्या प्रकरनाची चर्चा होते। यह प्रकरनाविशे �
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