भारत में भी कोरोना के नए वेरिएंट की दस्तक, जानें ये कितना खतरनाक और कैसे करें बचाव
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00:29दोड़ाना शुरू कर दिया, पहले सिंगापोर, होंग कॉंग में करोना मामलों ने विजाफा हुआ और इसके बाद मैं की शुरुवास से ही भारत में करोना केस सामने आने लगे हैं, चार राज्यों में केस ज्यादा हैं, जबकि कुल मिलाकर दर्जन भर राज्यों में अब
00:59दिश में एक बर फिर कुरोना नई टिंशन बन कर उभर रहा है, दर्जन भर से ज्यादा राज्यों में कुरोना की मामले सामने आ चुके हैं, आकड़े लगातार पढ़ते जा रहे हैं, कुरोना से छिट पुट राज्यों में मौत की मामले भी सामने आये हैं, आम लोगों क
01:29क्या Corona फिर से आफ़त बनेगा कितने खतरनाख हैं नए Corona variant
01:38पहले आपको देश भर में कोरोना के मामलों का अप्डैट रहते हैं भारत सरकार नि को लेकर जो अप्डैट सामने रखा है उसके मुताबिक देश भर में इस व� endings कोरोना केज की तादाद,
01:48200 सफतावत हैं और एक मरेज की मौत हुच हुई है
01:52सबसे जातो 95 केस केरल में है
01:54तमिलनाडो में 66 और महराश्व में 56 केस सामने आए है
01:58दूसरे राज्यों से भी कुरोना के मामले आने के खबरे लगातार सामने आ रही है
02:04और सतरकता बढ़ा दी गई है
02:06अहमदाबात में एक ही दिन में कुरोना के 20 मामले दर्ज हुए
02:10माई में 49 केस अब तक दर्ज किये गए है
02:13दो दिनों में महराश्व में कुल 93 नए कोविड मरीज सामने आए हैं
02:17इनमें मुंबई में 47, पोणे में 30, नवी मुंबई में 7
02:21ठाणे महानगर पाली का ख्रेत्र में 3 और नाधपूर महानगर पाली का ख्रेत्र में 6 मरीज, शामील हैं
02:27द्द्र प्रदेश के इंदवर में दो पुरुषों में कोरोना के पुछट के हुई है
02:31दिल्ली में 23 मरीज हैं
02:33लेकिन सभी होम आइस्लेशन में
02:35नोईडा में एक के सामने आ चुका है
02:37इसी तरह आंदरप्रदेश में चार तिलंगाना में एक मामला
02:41और बेंगलोरू में नौ महीने का बच्चा पॉजिटिफ मिला है
02:44हलाकि डॉक्टर कह रहे हैं कि घबरानी के कोई बात नहीं है
02:47कोरोना के जो वैरियंट देश के मरीजों में मिल रहे हैं वो खात तक नहीं है
02:52और इनके लख्षन भी सामानी है
02:54देखे ये ओमिक्रोन वारस का ही एक वैरियंट है
02:59और अभी तक जो हमाई जानकारी है उसके हिसाब से ये माइल्ड इंफेक्शन है
03:04माइल्ड इंफेक्शन का मतलब जातर लोगों को बुखार, डला खराप, जुखाम, सरमे दर्द, बॉड़ी एक, किसी किसी को पेट के अंदर प्राउड दर्द या लूज मोशन
03:14ये एक मेजर सिंटम्स हैं जो पेशन्स के इंदे आ रहे हैं
03:17कुछी पेशन्स के अंदर जो है वो टेस्ट जा रहा है या स्मेल जा रहे हैं बजातर लोगों को यही है
03:23चारपा दिन के अंदर मेजर्टी पेशन्स ठीक हो रहा है
03:26तो एक माइल्ड इंफेक्शन की तरह ही एड प्रेजेंट हम देखना चाहिए इसको
03:31असल में भारत में कोरोना की नए वेरियंट मिले हैं
03:36इनके नाम NB.1.8 और LF.7 है
03:42विशो स्वास्थ संगठन ने NB.1.8 और LF.7 को फिलाल निगरानी वाले वेरियंट की कैटेगरी में रखा है
03:49लेकिन चीन और एशिया के कुछ हसों में COVID मामलों में हो रही विव्रिधी के पीछे इन ही वेरियंट का हाथ माना जा रहा है
03:56वैसे भारत में कुछ पहले से प्रसलीत वेरियंट के कोरोना केस भी मिले है
04:01सबसे ज़्यादा वेरियंट चेन वन के केस हैं जो तिरपन प्रतिशत हैं
04:07इसके बाद बीए टू है जो 26 फिजदी मिला है और फिर ओमिक्रॉन सब वेरियंट जो 20 फिजदी मरीजों में मिला है
04:14अलगे डॉक्टर कह रहे हैं कि अभी केस काफी कम है डरने जैसी कोई बात नहीं है
04:44तो अगर हो भी रहा है तो बहुत माइल्ड है कोरोना की बापसी की अटकले और आशंकाए इसलिए भी लगाई जा रही है क्योंकि दुनिया के कुछ देशों में कोरोना की केस लगातार बढ़ रहे हैं
04:55सिंगापूर में मई की शुरुआत में कोवीट के केस में 28 स्विजदी के प्रिद्ध हुई थी साथी अस्पताल में भरती होने वालों की संख्या में भी तीज बढ़ुत्री हुई
05:04हॉंकोंग में भी सिंगापूर की तरह कोवीट के काफी केस दिखे गए ऐसे में हॉंकोंग में अधिकारियों ने सावधानी बरतने का आगरह किया है
05:12थाइलेंड में 11 मई से 17 मई के बीच कोवीट के मामने बढ़कर 33,030 हो गए जिन में से बैंकोंग में कम से कम 6,000 मामने थे
05:21केस कम है लख्रण भी सामानी है लेकिन ये वक्त संभलने का है एहतियाद बरतने का है
05:28आज तक गयो
05:31देश के कई राज्यों में कोरोना फिर से अपना पैर पसार रहा है
05:3633 से बढ़ते माम लोग को लेकर चिंता भी बढ़ने लगी है
05:38कोरोना को लेकर हमाई समवादाता अशोक सिंगल ने बात की है वरिष्ट डॉक्टर रदीब गुलेरिया से
05:44पहारत में एक बार फिर करॉना के केसिज कई राज्यों में देखे गए हैं
05:50और कई राज्यों में मौतों की ख़बर भी आई है कि कई नैनिटीज से मौत की खबर है क्या वो गजए से वे कुछ और फैक्टरज भी थे
05:57और यह कौन सा variant है कितना effective होगा इसको इससे साफधानी क्या करने ही चाहिए इस पर बारे में बात करने के लिए हमारे साथ मौझूद है
06:04एमस के पूरव डारेक्टर रंदीब गुलीर जी रंदीब जी आपका बहुत बस्वागत है
06:07रंदीब जी जो यह variant आया है करोना को लेके कितना अलट रहने की जूरत और कितना खतरनाक है या पिछले साल की तरही है
06:15तो यह नया variant आया है JN.1 यह है तो पुराना अगस्ट 23 में रपोर्ट किया गया था कि यह पहली दफा देखा गया था
06:25लेकिन यह variant ग्राइजुली कुछ सालों में वेरियंट जो है dominant variant हो गया सारे दुनिया में यह सब्चजार variant हो गया इसमें कुछ
06:33मुटेशन है जो हम पहले कहते थे spike protein पे इसके कारण यह ज्यादा इंफेक्टिव है और यह immune escape mechanism मतलब immunity की
06:42immunity को escape करके infection करता है लेकिन यह देखा गया है कि इसमें disease जो जादा दर लोगों में mild disease होती है जुखाम नजला बुखार खांसी गले में खराश जिन लोगों को
06:54comorbidities हैं बुज़र्ग लोग हैं जिनको diabetes हैं heart की problem है या ऐसी दवाईयों पे हैं जिसने immunity कम हो जाती उन में ज्यादा स्वेर infection हो सकती तो उनको ज्यादा साफधानी बरतने की जरूत है
07:06क्या साफधानी बरतने क्या मास्क दुबार से शुरू किया जाए और जो vaccine पहले लगवाई गई थी क्या वो effective होगी अभी तक जो data आया है उसमें यह देखा गया कि vaccine से कुछ चतक protection अभी भी है और कुछ protection इसलिए भी है क्योंकि हमें अगर हम यह कहें कि
07:232020 में COVID आया उसके बाद कई उसके variants आया अलफा बीटा गामा अब Omicron आया यह Omicron lineage का ही एक variant है जो हम अभी देख रहे हैं circulate करते हुए और क्यूंकि Omicron सबको कुछ हद तक infection हुआ था तो हमारे में immunity जो हम कहते हैं cell-mediated immunity वो कुछ हद तक सब लोगों में है क्यूंकि या तो
07:53अजीज से लेकिन क्यूंकि variants change करते रहते हैं और वो अपने आपको survive करने के लिए एक immune escape mechanism उनके उपर आ जाता है वो develop करते हैं तो उसके कारण infection जो है बीच बीच में बढ़ जाता है और a period of time हम जब हमारे पास हमारा exposure नहीं होता है तो हमारी immunity थोड़ी सी कम होती है तो फिर
08:23कि यह जो variant है यह आगे जाके बदल के कोई serious रुक तो नहीं ले सकता और तो इसलिए surveillance में यह देखने की जरूत है कि hospital admission जादा तो नहीं हो रही deaths जादा तो नहीं हो रही mild cases तो हम देखेंगे लेकिन एक हद से वो एक तरह से वो इतना खराब भी नहीं कि उससे general population में immunity भी ब
08:53हीड बगारा है तो मास सरूर लगाएं कोई appropriate behavior जो हम सुरू से कह रहे हैं कि दोगास की दूरी हाथ regularly दोना वो चीज़ें जो है वो हमें कर लेनी चाहिए वो कोईड ही नहीं और जो viral infection respiratory viral infection है उससे बचाव देंगी जो पहले protocol इस्तेमाल किया गया था करोना को देखते हुए
09:23के लिए और और respiratory viral infections के लिए कहीं जगें मोतों की ख़बर भी आई है कि जैसे खासोर से महरास्टरा तमिलाडू केरल करनाटक यहां पर करोना के काफी cases बढ़ भी रहे हैं और कहीं information जाई है और कहीं जगे मोत की ख़बर भी है क्या मोत इसी को जैसे है या कुछ और भी factor रह
09:53जाती है और उससे जो patient के हालत है वो ज्यादा खराब होने से ice humid हो जाते हैं या उनको कभी-कभी ventilator की जूद पढ़ जाती है तो mortality directly जैसे हम delta wave में देखा था कि कोविट के कारण ज्यादा deaths हो रही थी कि जो healthy young लोग हैं उनमें pneumonia हो गया oxygen कम हो गी जो अब हम देख रहे हैं व
10:23दूसरा हमें वाइरस के बारे में जादा पता है तीसरा अब antiviral drugs भी अवेलेबल हैं जो पहले नहीं थी शुरू-शुरू में हम यह कहते थे कि एचिक्वेस दे दो, remdesivir दे दो, steroids दे दो, अब जब research हुए तो नए antiviral drugs अवेलेबल हैं जो उस वाइरस के एक्टिव हैं �
10:53लोगे थी oxygen की, beds की, treatment इतना अब लेवल नहीं था क्योंकि पता नहीं था लोगों को, तो अभी दिली सरकार ने भी guidelines जारी किया होस्पिटल के लिए कि oxygen या bed को देखते हुए इंदाम पूरे होने चाहिए, और center government ने भी health secretary ने भी advisory जारी किया और alert रहने के लिए बोला है, �
11:23इतने जादा cases serious नहीं है, लेकिन कोई भी outbreak हो, so preparedness is there क्योंकि in terms of ICU beds, ventilatory beds, oxygen requirement या medication दवाईयां जो है, उसके लिए I think पूरा protocol है, SOPs are in place, तो मेरा मानना है कि हमारी त्यारी तो बिलकुल अच्छी है और होनी भी चाहिए, और surveillance भी जो है, वो भी अच्छा है कि ये देखने के ल
11:53शेप ना हो जाए, अभी तक जो data आ रहा है, और ये मैं कहूंगा कि WHO की surveillance भी है, government की भी surveillance है, उसमें ऐसा नहीं देखा जा रहा है कि ये जो virus है, इसमें कोई ऐसे घबराने वाली बात है, WHO नो भी इसको एक variant of interest का ही label दिया है, अगर हमें बहुत लगता कि ज़्यादा इसमे
12:23जो है, इसमें severe disease के इतने ज़्यादा chances नहीं है, तो आपको लगता है कि अगर किसी को बुखार आता है, या खांसी जुखाम होता है, तुरुन टेस्ट करवाना चाहिए, करोना का या दो-तीन दिन वेट करना चाहिए, क्या आप कहना चाहेंगे लिए, तो देखो जिसको अ
12:53जिनका बुखार ठीक नहीं हो रहा, उनको टेस्स कराना जरूरी है, और उसके दो कारण है, एक तो ये पता चल जाएगा कि आपको किस टाइब की infection है, आपको क्या precaution रखने अपने लिए और अपने family members के लिए, दूसरा जैसे मैंने का, अब हमारे पस antiviral drugs हैं, जो flu है, स्�
13:23जिनका बुखार ठीक नहीं हो रहा, उनको टेस्स कराना जरूरी है, और उसके दो कारण है, एक तो ये पता चल जाएगा कि आपको किस टाइब की infection है, आपको क्या precaution रखने अपने लिए और अपने family members के लिए, दूसरा जैसे मैंने का, अब हमारे पस antiviral drugs हैं, जो flu है, स्�
13:53और इसकी, हाँ जो COVID के लिए भी अलग drugs है, पैक्सलूविट करके एक दवाई है, वो दे सकते हैं, तो एक दफागर डाइगनोसिस हो जाए, तो आप specific antiviral drug भी दे सकते हो, तो जो बज़र्क लोग हैं, elderly लोग हैं, जिनको ज़्यादा chances है, severe infection के, उनको तो definitely test कराना चाहिए
14:23जो कहीं से आया है, क्योंकि उस वक्त भी चाहिना से आया है, तो किस दंग से देखते हैं, यह कहना मुशकल है, क्योंकि अब जो circulating variants हैं, वो कहीं भी से भी सुरू हो जाते हैं, और जब पता तो चलता है, जब कोई सकी test करें और genomic sequencing करें, तो मेरा यह मानना है, कि अब यह कह
14:53कभी खतम नहीं होगा, एक टाइम था 2003 में जब COVID का एक SARS virus आया था, वो खतम हो गया था, क्योंकि उसको contain हो गया तो आगे फैल नहीं पाया था, लेकिन COVID virus जो सारी दुनिया में वैसे तरह से फैल गया है, कि यह हम कहें कि यह mankind से, humanity से खतम हो जाएगा, ऐसा नहीं लगता, त
15:23सिचुएशन आने के चांसे बहुत कम है, एक आखरी स्वाल डोक साब, लोगों को क्या कहना चाहेंगे कि पैनिक करने की जूरता है, या सिरफ अलर्ट रहने की जूरता है, सावधान ही बरते हैं, और थोड़ा धान रखें, प्रोटोकोल का पालन करें, गाइडलेंज जो है
15:53मास लगाएं, अगर बाहर जा रहे हैं, अपने हैंड सैनिटाइजर लेके जाएंगे हैं, रेगलरली हाथ दोएं, दोगास की दूरी रखें, क्यूंकि अगर उनको इन्फेक्शन हो गया, तो थोड़ा सा सीरियस हो सकता है, और उनकी अंडरलाइंग जो को मॉविडिटी है
16:23अपना और जो गाइडलाइन्स हैं, प्रोटोकोल हैं, कोविड-19 को लेकर के उसको पालन करना चाहिए, कैमरामेन सचीन के साथ अशोक सिंगल दिल्ली आज तक
16:33कोरोना केस के मदे नजस अभी राज जी अपने अपने स्थर पर तैयारिया करने में जुड़ गए हैं, किंद्र के एजंसियां लगातार कोरोना केस और इसके लिए नए-नए वेरियंट की निगरानी कर रही हैं, अधर राज जी ने कहीं मास्क जरूरी कर दिया, तो कहीं द
17:03करोना की वापसी की अटकलों के बीच राज्यों ने अपने स्थर पर एहतियाती इंतिजाम करना शुरू कर दिया है, अस्पतालों में चाख चौबंद इंतिजाम किये जा रहे हैं, खास तोर पर उन राज्यों में जहां अब तक करोना के कई मामले सामने आ चुके हैं
17:21केंद्र और राज्यों ने अपने स्थर पर काम शुरू कर दिया है, केंद्रीय स्वास्य सचिब ने शनिबार को समीक्षा की, मंत्राले अपनी कई एजिंसियों के माध्यम से सिती पर लगातार नदर रख रहा है
17:41केरल सरकार ने सभी जिलों में सक्त निगरानी और रैंडम कोविड टेस्टिंग शुरू कर दी है, तमिलाडू सरकार ने भी सारवजनिक्स थल पर मास्क पहनने को अनिबार किया है, दिल्ली में अस्पतालों को विस्तर, ऑक्सीजन, दवाओं और टीकों की उपलब्दता क
18:11करी जयेॺ तक करो ना के टोटल दिल्ली में टेइस केस आया थे और वो प्राइवट लेआबर से आया है。
18:21हें लिजे सरकर्स को पेला देखना चाहिए कि ये पीशन्ट दिली के थे लिक अ गडिली से भां से आया पर और एक यजडीої जो हम क्ड़नूं से अचेश।
18:40हर्याना ने भी कुछ केस सामने आने के बाद इंतजामों को पुखता कर दिया है
18:59हर्याना में दिल्ली से सटे इलाके गुरुग्राम में कोरोना के दो केस आए हैं
19:04दोनों ही रोग्यों को आइसोलेशन में रखा गया है
19:07इन में से एक शक्स मुंबई से आया था
19:09यहां की हेल्थ मिनिस्टर कह रही है कि डरने की जरूरत नहीं है
19:13दवा से लेकर ऑक्सीजन तक सब मुहया है
19:16सारी तयारी जैसे मैंने पहले भी कहा तयारी पूरी चालो है
19:21हमारे कुछ केस आए हैं और मैं बस यह चाहूँगी लोगों के बीच में यह दर ना डाल दें
19:26कि बहुत ज़्यादा फैरा हुआ है ऐसा नहीं है
19:29आप मगर हाँ आप अपने सेक्यूरिटी के लिए अपनी खुद के लिए आप ज़रूर अपने हाथ
19:35सानिटाइजर लगाएं जैसे हम पहले लगाते थे मास्क लगाएं जबदार ज़्यादा बीड में जाते हैं
19:42और मैं लोगों से यही कहूंगी कि अभी डरने की कोई बात नहीं है
19:46एमपी के इंदौर में कोरोना के केस आए हैं इनमें से एक शख्स केरल से लोटा था जहां कोरोना के केस ज्यादा आए है
19:54जारखंड भी कोरोना JL1 वाइरस को लेकर अलर्ट मोट पर है
19:59दिल्वे स्टेशन, बस टैंड, एरपोर्ट से लेकर अस्पताल तक पर निगरानी हो रही है
20:04राजी के मंत्री ने डॉक्टरों के साथ बैठक की
20:07जारखंड में अभी हमने अलर्ट कर दिया है
20:13जारखंड में इसका प्रकोप नहीं है और हमने आज मॉर्णिंग में विवाब को बलाकर निर्देश दे दिया है
20:26सभी एरपोर्ट में, सभी रेल्वे इस्टेशन में, सभी बस अड़े में
20:30यूपी भी अलर्ट मोट पर है, हलाकि डिप्टी सीम कह रहे है
20:46कि डरने की जरूरत नहीं है, जो नए वेरियंट मिले है, वो काफी माइल है
20:51नॉइडा में पहला मरीज मिलने के बाद एहतियाती इंतिजाम बढ़ते गए है
21:08मरीजों के संपर्क में आने वाले तमाम लोगों के सैंपल लिए गए है
21:12बैंगलूरू में मामले बढ़ने के बाद यहां की सरकार ने अपने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है
21:42एफियात से ही हम करोना को हरा सकते हैं और करोना केस की तादाद देखते हुए एफियात का बक्त शुरू हो चुका है
21:57ब्यूरो रिपोर्ट आज तक