00:29फांकेर जिला मुख्याले से 35 किलोमीटर दूर पुसाजर गाउं के किसान गाउं की लोगों ने बीरा उठाया है कि वो अपने गाउं को पक्की सडक से जोणे के लिए खुद ही 5 किलोमीटर लंबी सडक का निर्मान करेंगी
00:41दरसल जब गाउवालों की मांगों को शासन और प्रशासन ने नहीं सुना, जन प्रत्नीदियों ने ध्यान नहीं दिया, तब गाउवालों ने खुद ही सड़क बनाने की ठान दी
00:50गाउवालों के हर घर से एक आदमी रोज सड़क निर्मान में युगदान देने आता है, जिस घर से कोई काम करने नहीं आता, उस पर 200 रुपए का जुर्माना भी लगाया जाता है
01:04इस वक्त मैं कांकेर जिला मुख्यालाई से 35 किलोमेटर दूर पूसा जहर गाउव में हूँ, दरसल पूसा जहर के ग्रामीन अपनी महनत और स्रम दान से 5 किलोमेटर सड़क बना डाले हैं, इन्होंने लगातार सासन प्रसासन से मांग करते आए, लेकिन इनकी बात अंसुन
01:34लेकिन काम कुछ नहीं किया, नाराज होकर गांवालों ने बैठकी और तै किया कि अब उनको ही ये सड़क बना कर शासन को आईना दिखाना है
02:04पर कारण से ओभी ऐसी पड़े हैं, है ना, और मेन बात तो यह हमार यह पूसा जहरना मूरागाँ पंचायत के आश्रीम ग्राम हरे, है ना, यहां से लगभग 15-20 किलोमेटर ऐसे घूम के जाबे, तो साथ क्याट है रहान जाबो का बेना तो एकड़ा में पैदाल हरे, यह
02:34परिशानी होते, और दूसरा बात, पिढ़ा पाल में है हमार रासन दुकान, वहां से भी रासन समागरिल हमान, लगभग भिया, यहां से ना, 10 किलोमेटर अनुमानित हो ही, ज्यादा भी हो सकते, है ना, तो वहला भी हमार से ही उठा करके लाथन, बहुत कष्ट जहलेला प
03:04पूरा परिवार के जितना सदस्य तीन है, कि चार ऐसे सदस्य जाकर के लाथन, और नी होते ना, तो कावर सुठा के लाथन भी है, यह बहुत कुछ समस्य है, और दूसरा बात, गाव में कुछ काकरे एकदम गंभीर समस्य है, काकरे बुखार, सर्दे, खासी, जैसे में बा
03:34तो पू में कारण है, कि आवागमन कि साधन नहीं है, रोड कि साधन नहीं है, या कारण से मिरिती हो चुके है, तो बहुत कुछ परिशानी हैं