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  • 6 months ago
Transcript
00:00हम अगर वक्त पर हमने ना कहना सीख लिया होता,
00:03तो आज
00:04सिन्दगी का किस्सा कुछ और ही गुता
00:07हम हमेशा सोज में रहे
00:09सामने वाले को बुरहना लग जाये बस यहीं सोचते रहे
00:12हमारी हर बात पर राजी हो जानी के आदत को
00:15लोगोंने कमजोरी समझ लिया
00:17We were able to give them, but we had our benefit.
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