00:39मोका मिलते ही गोली मार के उसका खुबड़ा खोल दिया
00:42तुछ भी यह पटूप निता हूँ
00:44मेरे को तो लगता है जीजो और साला तुन्हें एक ही विरा दिलिगे
00:46आना डरता हूँ क्या मैं
00:47तुन्हें अरकत कर रहा है
00:48तुन्हें खड़ा कर रहा है
00:49तु सम्यारा अपने भाई को
00:50एमेली साब मेरे साली को मारने से पहले
00:53इसने फोन पर मेरे से बात की थी
00:55फिर भी मार डाला
00:56मेरी तरह तुने भी तो पांच मेरे लेट फोन किया होगा ना
00:59तब ही तो इतना बड़ा नुपसान हुआ
01:01ए बंदुक साट में रख
01:03पहले पैसे की बात निप्टा
01:05और हाँ
01:07तू तो बोल रहा था एक्टन के से पचास लाग मिलते
01:09इसे डेट को रड़ कैसे मिल गए
01:11हमने भी इससे यही सवाल पूझा
01:13अगर यह हमसे सच कहता तो हम मुर्गन के पास क्यों जाते
01:16इस पर अनन ने इतना बहुसा किया
01:17उसी ने पीड में छुला बोग दिया
01:18क्या शिनू बाई चुप क्यों हो
01:21एमेले साब पूछे जवाब दो
01:22अब तुम सब को जवाब देना पड़ेगा क्या मुझे
01:24तुमारे वास्ते इतना कुछ किया सब बोल गए
01:26हाँ ठीकी तो है
01:27आकर हम सीनू बाई को सवाल ही क्यों कर रहे है
01:29भूल गए इनोंने हमारी कितनी मदद की है
01:32ये ना होते तो चेक पोस भी क्लेर ना हो पाता
01:33वो सारे ऐसान क्या माइने नहीं रखते
01:35ए सुन बाबा कुछ भी मत बूल
01:36मैं भी माल पहुचा के या रहा है
01:38तुम लोग भी पुलीस को पैसा खिला के गए
01:40मैं भी पुलीस को पैसा खिला के गया
01:41तुम लोग जितना कमिशन देता है
01:42उसका डबल कमिशन मैं देता है
01:44थारेश वालो को, रेवेन्यु वालो को, आईडी वालो को, चेक पोस वालो को, पुलीस वालो को, सबको पैसा खिलाइंगे, तो हमारे पास कहा बचेगा ?
01:50हम सब को मिलके एक कमिशन देना मंगता है उसके बाद अपने पास पाइसे का डेहर लगेगा 25 टका जादा पाइसा बचेगा विजूल खर्चा हो रहा है ना
01:58शीनु भाई को बीच में से अटागा डायरेक मुरुगन को माल बेचा तो डेड़ करोड में माल भीका है
02:02हम सब लोग ने मिलके एक रेट उसके साथ फिक्स किया तो दो करोड भी मिल सकता है
02:07कानी अभी खतम नहीं हुई है कलकते में वो चैटरजी है मुंबई में वो सिंग है दिल्ली में अगरवाल है सब लाइन में खड़े माल खरिदने के लिए तरस रहे
02:16अपने पास जो चीज है ना वो दुनिया में किदर भी नहीं मिलती है सिर्फ अपने इलाके के जंगल में मिलती है और एशी कॉलिटी और किदर भी नहीं है तो जब माल अपने पास है तो हम उनके आगे वीक काय को मांगे अवन मूब फाड़ के पाइसा लेंगे
02:28मार्गेट में कम्पिटिशन बनानेगा फिर देखो अपना माल किदर किदर बिखता है और हो सकता है उतने माल का अपन को तीन करोड मिले
02:34अगर इस हिसाब से चले तो अपने MLS आपके जोली में खाली कमिशन का बीस करोड आ जाएगा
02:38हाँ भाई पुष्पा बिल्कुल सही कह रहा है ऐसा अपनी हमारा सिंडिकेट समाले इसी में हमारी भलाई है नाव में बैठकर जाल फेंगना बहुत आसान है पानी में उत्रेगा तो बड़ी मचलिया खा जाएंगी पुष्पा बैठकर है मिले सब को प्लैन समझाओ अबैट
03:08क्या सोच रहे हो साब मेरे पे ट्रश नहीं है क्या यह वर्दी वाले आज तक मेरा माल कभी पकड़ नहीं पाए है यही तो कला करी है अपने पास अपने वे भरुसा करो साब
03:19दो टन ज्यादा दाम पर बेज दिया तो सब उसकी तरफ हो गए इसे आवे दो मेनी ही हुए है और दो लोगों की मौत हो गई पता नहीं आगे चलकर कितने लोगों की लाशे दिखेंगी एक बार ये भी सोच लिजिए क्या साहब यो तो अभी बच्चा है इसकी बातों में
03:49इसको भी अपना माल बेचना है फुष्पा कोई बेचेगा कल मंदीर में सब लोग शपत लेंगे
03:58अज़े गाड़ी में रखवा दे
04:05है मेले साब इंसे गव के मेरी साली की बाड़ी देदें ताकि क्रिया करम कर सको अबे हो जिस बदशे को कूर्जी समझ के बैठा है ना उसके अंदर तेरे साले की बाड़ी है ओड़ जा तेरे आपको बाड़ी मिल जाएगी ए सल्भा बाड़ी उट वाकर बिचवा दे
04:35मेरे भाई को मरे अभी पंधरा दिन भी नहीं हुआ है और तुह यहाँ चैन की नीन्स हो रहा है तुझे शरब नहीं आती क्या अब क्या करूँ मैं अब वह पुष्पा वहाँ बड़ा आदमी बन गया है और अमेले मिनिस्टर बन गया है अब जब तक सरकार नहीं बुदलती
05:05कर दोड़ कर दो दोड़ सकता हूं तुभी तुभी ठुखनें पाया तो तुभी तुभी क्यों नहीं गया है श्बी तुभी क्यों नहीं जाने कियो नहीं मरगया जा
05:35घुक तुकि जाना भापस अना यहा जाक के तरफ दिस तुपार!
05:37आपस को दोपा जाने के जाना भाटा, कि जाना मैं अकेली ही जाके ठोक दोगिया उस तुषपा कॉश्माद
05:44इक वाला देसा में हूं, तब के तनवार बन जाओ!
05:48मिट्टी मिट्टी मिश हूँ
05:56मुझे रौंदा को कीत बन जाओ
05:58मिट्टी मिट्टी मिश हूँ
06:04एक पेड़ान सा मैं हूँ
06:18कोविंद की वजए से बुजंगा की मौत हो गई इसलिए उसने इस्तीफा दे दिया
06:43अलाकि जॉली रेड़ी बदला लेने के लिए पागल हुआ जा रहा था
06:49पर उसके हालात उसको इजाज़त नहीं दे रहे थी
06:51और उधर दक्षा वो भी बदले के आग में जल रही थी
06:54मगर वो इंतजार करने के अलावा और कुछ कर नहीं सकती थी
06:57पुष्पा को टक्कर देने वाला कोई बचा ही नहीं था लेकिन उसी वक्त एक ऐसे आदमी के एंट्री हुई जिसने पूरी कहानी बदल के रख दी
07:05हर्याना से ट्रांस्वर लेकर आये थे और हिंदी में इनका हाथ थोड़ा तंग था
07:30भवर सिंग शेखावत एक ऐसा भवर था जिसमें अच्छे अच्छे उलजने वाले थे