00:00एक समय की बात है एक छोटे से गाव में जहां सूरज हर रोज मुस्कुराता था वहां एक बहुत ही खास आम रहता था हाँ आम लेकिन ऐसा आम जो सपने देखता था भाग ए पेड़ और सपने गाव के बीचों बीच खड़ा था एक बहुत ही पुराना और समझदार पेड़
00:30उस पर हंसते थे बग्गु आम तू तू तो बहुत छोटा है ज्यादा पका भी नहीं है उड़ने चला है लेकिन बूढ़ा पेड़ मुस्कुराया और बूढ़ा पेड़ पेड़ पेटा छोटा आम भी बड़े काम कर सकता है अगर उसका दिल साफ हो भाग दो एक रात आस
01:00खुश्बू सबजियों की आवाजें और ठेले वाले मन्नू ने देखा एक नाचता हुआ बंदर एक जादूगर जो टोपी से फूल निकालता था एक गुबबारा बेचने वाला जो हवा में उड़ गया तभी मन्नू की नजर पड़ी एक गरीब लड़के पर नाम था रा
01:30बहागा और एक पेड़ के नीचे बैठा राजू क्या तू सच में आम है तू तो सूरज जैसा चमकता है वो खाने ही वाला था कि रुख गया राजू नहीं मेरी छोटी बहन ने तो कल से कुछ खाया ही नहीं तू उसके लिए है वो मन्नू को कपड़े में लपेट कर दोड
02:00मन्नू ये कोई जादू नहीं है ये अच्छाई है राजू ने बिना कुछ मांगे दिया अब पेड़ भी देता है अब आम के पेड़ से सिर्फ उन्हीं को मीठे आम मिलते जो दूसरों की मदद करते थे जूट बोलने वाले लालची लोगों को आम कच्चे और खटे मिलते
02:30में बैठा था एक लालची बिजनेसमैन मिस्टर चीनू मिस्टर चीनू सुनहरे आम मैं वो पेड़ खरी दूँगा वो गाव आया बुल्डोजर मशीनों और सैनिकों के साथ मिस्टर चीनू ये पेड अब मेरा है काट डालो गाव वाले डरे लेकिन राजू डटकर पेड क
03:00मुझे नहीं पता था कि प्यार भी फलों पर उखता है भाग सा आमों का त्योहार हर साल गाव में मनाया जाता आम महोत्सव जहां हर कोई किसी ना किसी की मदद करता है राजू अनाथ बच्चों को आम देता है किसान सब को आम के बीज बांटता है मिस्टर चीनू अब गरी
03:30को कुछ सिखाया देना सबसे बड़ा जादू है सीख एक जो बांटता है वही सबसे अमीर होता है सीख दो छोटा काम भी बड़ा असर कर सकता है सीख तीन अच्छाई कभी बेकार नहीं जाती अंतिमद्रिश राजू मीना और पूरा गाव पेड़ के चारों ओर नाचते है