00:00मैं शादी चुदा हूँ, मेरी वाइफ कुछ दिन के लिए गई थी अपने घर पे, तो पापा ने से बोला कि बहु का आए, फायदा क्या है शादी करने का दो
00:05हम ना जाने किस ढकोसले में बैठे रहते हैं कि निस्वार्थ रिश्टे हैं, प्रेम के रिश्टे हैं, पवित्र रिश्टे हैं, क्या पवित्रता है रिश्टों में?
00:13पतनी, बहु, घर आईए तो खाना बनाएगी, बरतन धोएगी, कपड़े साफ करेगी, बच्चे पैता करेगी
00:20इसमें पवित्रता क्या है? तो क्या बताते हो कि शादी का पवित्र बंधन? अगर यही सब है है, तो पवित्र क्या है इसमें फिर?
00:26पवित्रता चीज क्या होती है ये जानना है तो रिशियों के पास जाओ उपनिशदों के पास जाओ ज्यान है पवित्र ये थोड़ी है कि बरतनमाजना पवित्र हो गया मेरे खिलाफ आते हैं तुम तन के ये शादी के पवित्र रिष्टे के खिलाफ बोलता है नहीं मैं पव