नवरात्रि में चमन लाल भारद्वाज जी द्वारा रचित दुर्गा स्तुति का पाठ नित्य करना चाहिए।
चमन की दुर्गा स्तुति में आठवें अध्याय में रक्तबीज संहार की कथा, नौवें अध्याय में निशुम्भ संहार की कथा और दसवें अध्याय में शुम्भ संहार की कथा है।
दुर्गा स्तुति का आठवां अध्याय - मिलाप वशीकरण के लिए पढ़ें। नौवां और दसवां अध्याय - गुमशुदा की तलाश, हर प्रकार की कामना, पुत्रादि प्राप्त करने के लिए पढ़ें।
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