शिवमंगल सिंह सुमन की आवाज में कविता (तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार)

  • last year
यह कविता मनुष्य के अंदर जोश और उत्साह भर देती है।