उमेश्वरी बताती हैं कि पिछले साल उन्होंने 11 बच्चियों के सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाया था। इस साल 12 बच्चियों के खाते खुलवा चुकी हैं। उनका कहना है कि यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। उमेश्वरी कहती हैं कि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी तो और भी बालिकाओं के खाते खुलवाना चाहेंगी।
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