साईं की पूजा और शनि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विरोध, कहानी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की

  • 2 years ago
Shankaracharya Swami Swaroopanand Saraswati: ज्योतिर्मठ बद्रीनाथ और शारदा पीठ द्वारका के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 98 साल की आयु में रविवार को निधन हो गया। उन्हें हिंदुओं का सबसे बड़ा धर्मगुरु माना जाता था। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती देश की आजादी की लड़ाई में जेल भी गए थे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण (Shri Ram Janam Bhumi Mandir) के लिए लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी। उन्हें कांग्रेस पार्टी (Congress) का कट्टर समर्थक भी कहा जाता था। समय-समय पर उनके बयान जबरदस्त तरीके से सुर्खियों में रहे। फिर चाहे वो सांई बाबा (Sai Baba) की पूजा का विरोध हो या शनि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर...



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