Udaipur Case: आख़िर कब थमेगा इस तरह की घटनाओं का सिलसिला, नेता या नागरिक कौन है ज़िम्मेदार?

  • 2 years ago
पीयूष पांडे का लिखा एक गीत है...जिसके बोल हैं- मिले सुर मेरा तुम्हारा, तो सुर बने हमारा. बचपन में ये गीत दूरदर्शन पर आया करता था. केबल टीवी के पहले के उस दौर में दूरदर्शन इकलौता ब्रॉडकास्टर था. इस पर आने वाले इस गीत का मकसद था यूनिटी इन डायवर्सिटी यानी अनेकता में एकता को रिप्रेज़ेंट करना. लेकिन हाल के दिनों में ऐसा माहौल बना है कि अब लगने लगा है कि देश में लोगों का सुर नहीं मिल रहा...उल्टे ये बिगड़ता जा रहा है और राजस्थान के उदयपुर में जो हुआ उसने इस बात पर मुहर लगाई है कि यूनिटी इन डायवर्सिटी यानी अनेकता में एकता ख़तरे में है. उदयपुर में कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया स्टेटस को लेकर कन्हैया लाल की जान ले ली गई. इस तरह के मामले भारत में आम बात नहीं हैं. हत्यारों ने घटना की वीडियो भी बनाई. इसके अलावा बनाए गए एक और वीडियो में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी तक को धमकी दे डाली. इसे आतंकी हमले के तौर पर देखा जा रहा है. हत्या के आरोपी Gos Mohammad और Riyaz Akhtari को राजस्थान के राजसमंद से गिरफ्तार कर लिया गया है. देश में इस तरह की हिंसक घटनाओं का सिलसिला सा चल पड़ा है. ऐसे में सवाल उठता है कि इसके लिए ज़िम्मेदार कौन है और ये बीभत्स घटनाएं कब रुकेंगी. इसी पर किए गए विश्लेषण के लिए देखें ये Bin Manga Gyan.

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