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  • 3/17/2022
पटना, 17 मार्च 2022। पूरे हिंदुस्तान मे होली में होलिका दहन की परम्परा रही है। होली से पहले पूर्व संध्या पर होलिका दहन की परम्परा पूर्वजों से चली आ रही है। क्या आप जानते हैं कि बिहार के पूर्णिया ज़िला के बनमनखी से होलिका दहन की परम्परा का इतिहास जुड़ा हुआ है। आइए जानता हैं कि इसके पीछे की कहानी क्या है ? स्थानीय बुज़ुर्ग बताता हैं कि आज भी बनमनखी के सिकलीगढ़ धरहरा में होलिका दहन से जुड़े अवशेष बचे हुए हैं। उसी जगह पर भक्त प्रहलाद को बचाने के लिए खम्भे से नरसिंह अवतार हुआ था और प्रहलाद को बचा लिया गया था।

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