कांता बाई नंदनी के यहाँ झाड़ू पोछा और खाना बनाने का काम करती थी, उसके पति के मौत बहुत पहले हो गयी थी, कांता बाई का एक बेटा था दीपक, वो दसवीं का परीक्षा देने वाला था, दीपक मन लगा कर अपना पढाई कर रहा
था, वो कंप्यूटर क्लास में भी एडमिशन लेना चाहता था ------ आगे की कहानी सुनने के लिए वीडियो लिंक पर क्लिक कर।
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