किसान आंदोलन पर अखिलेश यादव ने लिया बड़ा फैसला II सकते में केंद्र और राज्य सरकारें !

3 years ago
किसान आंदोलन को लेकर अखिलेश यादव की राय !
अखिलेश यादव के विचार से बौखलाई बीजेपी !
केंद्र और राज्य की सरकार में बढ़ गई बेचैनी !
अखिलेश यादव पहले भी अपना रुख कर चुके हैं साफ !
अब एक बार फिर अखिलेश यादव ने दिया बयान !
अखिलेश यादव के रुख से बदला सियासी तापमान !
देखिए क्या है किसान आंदोलन पर अखिलेश की राय ?

तीन कृषि कानूनों को लेकर शुरू हुआ किसान आंदोलन लगातार जारी है…जारी किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार की तरफ से तमाम कोशिशें की गईं…किसानों को बदनाम करने के लिए सरकार ने तमाम आरोप लगाए…कभी खालिस्तान तो कभी पाकिस्तान और चाइना से आंदोलन को जोड़ा लेकिन फिर भी किसान डटे रहे…इस बीच तमाम किसानों की मौत भी हो गई…ऐसे में अब किसानों का कहना है कि अगर आंदोलन खत्म किया तो फिर जो किसान आंदोलन में शामिल हुए और शहीद हो गए हम उनके परिवार वालों को क्या जवाब देंगे…वहीं सियासी दलों की बात करे तो तमाम विपक्षी दल किसान आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं जिसमें समाजवादी पार्टी भी शामिल है…सपा की तरफ से वक्त-वक्त पर किसान आंदोलन को लेकर बयान दिए जाते रहे हैं और पूर्व सीएम अखिलेश यादव अपना रुख साफ करते रहे हैं…अब पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर किसान आंदोलन को लेकर अपनी राय दी है और अखिलेश यादव की राय से जहां बीजेपी की केंद्र और राज्य दोनों सरकारें खफा दिख रही है वहीं दोनों ही जगह बेचैनी का माहौल देखने को मिल रहा है…दरअसल अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किया और ट्वीट में लिखा कि भाजपा सरकार ने आज से एक साल पहले काले क़ानूनों की ‘काली बुनियाद’ रखी थी, जिससे आज़ाद भारत का सबसे बड़ा आंदोलन जन्मा…किसान आंदोलन देश के हर घर का आंदोलन है…भाजपाई उत्पीड़न के ख़िलाफ़ हम किसानों के साथ खड़े हैं…किसान एकता भाजपा के दंभ को बदरंग कर देगी…#KisanEktaMorcha…#किसान
अखिलेश यादव का ये ट्वीट बताता है कि किसानों के मुद्दे को अखिलेश यादव आसानी से छोड़ने वालों में से नहीं है और किसानों के मुद्दे पर सरकार को भी बख्शने के मूड में नहीं हैं…अखिलेश यादव के एक के बाद एक ट्वीट और बयानों से जहां ये मुद्दा लगातार ज्वलंत बना हुआ है वहीं बीजेपी जितना इस मामले को भुलाने की कोशिश कर रही है अखिलेश यादव उसे कुरेद कर नासूर बना देते हैं…क्योंकि अखिलेश यादव का मानना है कि सत्ताधारी पार्टी किसानों के साथ होने का दावा तो करती है लेकिन हकीकत में किसान के हक को ही लूट रही है…और ऐसे में सपा का मानना है कि वो बीजेपी को ऐसा करने नहीं देगी…सपा नेता अक्सर कहते हैं कि किसान देश का पालनहार है और पालनहार को अगर कोई लूटने या दबाने की कोशिश करेगा तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा…ऐसे में अब देखना ये हैं कि बीजेपी इस मामले पर क्या कदम उठाती है और साथ ही अखिलेश यादव की रणनीति भी गौर करने वाली होगी…ब्यूरो रिपोर्ट

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