किसानो को कभी कोंग्रेसी तो कभी खालिस्तानी तो कभी १०० रुपये ले कर बैठने वाले तो कभी गवार अनपढ़ बताने वालो की बुद्धि भ्र्ष्ट हो चुकी है

  • 3 years ago
किसानो को कोंग्रेसी तो कभी खालिस्तानी तो कभी तो कभी गवार अनपढ़ बताने लोग कोण है क्या वाकई उनकी बुद्धि ठिकाने पर है ये सवाल इस लिए क्यों की वो अन्न दाता किसान है राजनीती से और सभी राजनैतिक पार्टियों को दूर रख कर ये लोग बीते दो हफ्तों से भी ज्यादा सड़क पर बैठे है वो भी कड़कड़ाती ठण्ड में और कुछ लोग अपने घरो मे कंप्यूटर पर बैठे बैठे इस तरह की बाते करते है।

क्या किसान समझ नहीं रखते उनके लिए क्या भला है और क्या बुरा है आप उन को अपमानित करने के उद्देश्य से इस तरह की बाते करते है , किस लिए सिर्फ एजेंडा चलने के लिए आज वो लोग है कल आप पर भी ये समय आ सकता है।

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