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  • 5 years ago
राजस्थान (Rajasthan) में एक महीने से अधिक लंबे समय तक चले कांग्रेस के (Congress) अंदर के सियासी ड्रामा का नाटकीय पटाक्षेप हो गया है। बागी तेवर दिखाने वाले सचिन पायलट (Sachin Pilot) अब पार्टी में वापस लौट आए हैं और सूबे में फिलहाल कांग्रेस ऑल इज वेल की राह पर आगे बढ़ती दिख रही है।

अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट के विवाद (Rajasthan Political Crisis) को सुलझाने में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी संकटमोचक की भूमिका में नजर आई हैं। गहलोत-पायलट एपिसोड को पूरी तरह सुलझाने के लिए पार्टी अध्यक्ष ने जो तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है उसमें प्रियंका गांधी भी शामिल हैं। यह पहला मौका है जब प्रियंका गांधी इस तरह की किसी कमेटी में हैं।


32 दिन लंबी चली खींचतान के बाद सोमवार शाम मीडिया में जो तस्वीर सामने आई, उसमें प्रियंका गांधी सचिन पायलट के साथ खड़ी हुई दिखाई दे रही हैं। इसके बाद जब पायलट मीडिया के सामने आए तो उनके सुर एकदम बदले हुए थे।

वहीं दूसरी ओर, पायलट ने गांधी परिवार और आलाकमान के खिलाफ एक भी बयान नहीं दिया, जिससे उनकी वापसी की रास्ते हमेशा खुले रहे। वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई कहते हैं कि अब गांधी परिवार बहुत ही सधे ढंग से भविष्य की रणनीति बना रहा है।

किदवई कहते हैं- अब जब कांग्रेस में राहुल गांधी फिर से अध्यक्ष बनने जा रहे हैं तब बहन प्रियंका गांधी, भाई राहुल गांधी के लिए एक संकटमोचक की भूमिका निभाएगी।

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