आजाद को जनेऊधारी कहने पर क्यों चिढ़े वामपंथी? क्या आजाद को जनेऊधारी कहना सही है? इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक डॉ. सतीश प्रकाश ने कहा, अगर उनके गले में जनेऊ नहीं होता तो भी वो क्रांतिकारी ही होते. अगर कोई छोटी जाति का व्यक्ति बड़ी जाति में शादी कर ले तो वहां पर ऊंची जाति वाले छोटी जाति वाले की हत्या कर देते हैं. #जनेऊधारी_आजाद #DeshKiBahas
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