मध्यप्रदेश के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम ने इस बात को और पुख्ता कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी भी कांग्रेस की राह पर तेजी से चल निकली है। येन-केन प्रकारेण सत्ता हासिल करना, निर्णयों का पूरी तरह से केन्द्रीकरण और क्षेत्रीय नेताओं की अवहेलना - ये वे बातें थी जिनके लिए कांग्रेस जानी जाती रही है, खासतौर से इंदिरा गांधी के कार्यकाल में तो इस तरह की मनमानियां बहुत हुई थीं। पेश है राजस्थान पत्रिका के डिप्टी एडिटर भुवनेश जैन की कलम से...प्रवाह...समाप्त होता अंतर #BJP #Congress #Politics #Rajasthan_Patrika #User_Neeru
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