बालीवुड के बेहतरीन एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की असमय मौत ने एक बार फिर कोरोना काल में डिप्रेशन को लेकर नई बहस छेड़ दी है। लॉकडाउन के दौरान डिप्रेशन के चलते मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकांत कहते हैं कि आज समाज का बहुत बड़ा हिस्सा मानसिक रोग के चपेट में आ चुका है।
सुशांत सिंह राजपूत ने जिस उम्र में अपनी जिंदगी को खत्म कर लिया उसमें रिलेशनशिप का बहुत बड़ा रोल होता है, डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है जिससे निकलने के लिए व्यक्ति को सबसे अधिक सपोर्ट की जरूरत होती है।
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