गंगा नदी का प्रमुख गंगा दशहरा इस साल एक जून को पड़ रहा है। गंगा नदी को देवों की नदी कहा जाता है। हिन्दू धर्म में गंगा नदी का काफी महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इसमें एक बार स्नान करने से सभी तरह के पापों का नाश होता है। हर साल गंगा दशहरा को लोग पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाते हैं। माना जाता है कि इसी दिन मां गंगा का आगमन धरती पर हुआ था। गंगा दशहरा वाले दिन लोग मां गंगा की पूजा करते हैं। काशी, हरिद्वार और प्रयाग के घाटों पर गंगा में डुबकी लगाने जाते हैं । ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस बार गंगा दशहरा पर आनन्द के स्थान पर सिद्ध योग व रवि योग बन रहा है। दस में से बाकी आठ योग वहीं हैं जो गंगावतरण पर बने थे। चन्द्र कन्या राशि हस्त नक्षत्र में, वृष राशि में सूर्य, व्यतिपात योग व गर करण। इस गंगा दशमी पर सूर्योदय समय पर शुक्र स्वराशि लग्न में, राहु बुध और उच्च व स्वराशि के धन भाव में है। वहीं भाग्य भाव में वक्रीय शनि गुरु की युति, विंशोत्तरी दशा चन्द्र मंगल आदि ऐसे विलक्षण योग 520 वर्ष बाद पड़ रहा है।
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