चीन को भारत का जवाब, हिंद महासागर में तेजस तैनात

  • 4 years ago
लद्दाख सीमा पर चीन की ओर से जारी युद्धअभ्यास और चीनी राष्ट्रपति के युद्ध के लिए तैयार रहने के बयान के बाद भारतीय सेना सतर्क हो चुकी है। अब हिंद महासागर से चीन पर नजर रखी जाएगी। लद्दाख पर तैनात थल सेना के साथ अब भारतीय वायुसेना भी चीन की हरकतों का जवाब देने को तैयार है। वायुसेना अब हिंद महासागर देसी लड़ाकू विमान तेजस को तैनात करने जा रही है। इसके जरिए इंडियन एयरफोर्स चीन पर नजर रखने के लिए तैयार है। तेजस का दूसरा स्क्वॉड्रन आज से ऑपेरशनल हो जाएगा। तमिलनाडु के कोयंबटूर के करीब सुलुर स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर 18वीं स्क्वाड्रन की तैनाती होगी। 27 मई को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया 18वीं स्क्वॉड्रन को ऑपरेशनल करेंगे।
हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 18वीं स्क्वॉड्रन को ऑपरेशनल किया जा रहा है। पहले यह स्क्वॉड्रन मिग 27 की थी जो अब रिटायर हो चुका है। वायुसेना के 18वीं स्क्वॉड्रन को फ्लाइंग बुलेट्स भी कहा जाता है।
आपको बता दें कि एक सप्ताह से भारत—चीन सीमा पर एक बार फिर तनाव बढ़ रहा है। डोकलाम विवाद के बाद अब चीन लद्दाख सीमा पर विवाद खड़ा कर रहा है। जबकि चीन के साथ लद्दाख ऐसी सीमा है, जिसे लेकर दोनों देशों के बीच कभी भी विवाद नहीं रहा है। इसके बाद भी चीन इस सीमा पर सैन्य गतिविधियों को बढ़ाता जा रहा है। इतना ही नहीं, यहां पर चीनी सैनिकों ने बंकर भी बना लिए हैं। यह अस्थायी बंकर देख युद्ध के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं भारतीय सेना ने भी लद्दाख की सभी चौकियों से चौकसी बढ़ा दी है। एक दिन पहले ही चीन ने इस सीमा पर हजारों सैनिकों की और तैनाती की है। इसे देखते हुए भारतीय सेना ने भी यहां पर जवानों की संख्या बढ़ाई है। सेना के अधिकारियों का कहना है कि भारत चीन के हर इरादे पर जवाब देने के लिए तैयार है। भारतीय सेना अपनी मजबूत स्थिति में हैं और हर चुनौती से बखूबी निपट सकती है। पूर्वी लद्दाख की नियंत्रण रेखा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच तनाव यहां देखा जा रहा है। वहीं पैंगोंग त्सो और गलवान घाटी में भारतीय सेना ने अपनी स्थिति मजबूत की है।
चीन की ओर से अचानक इस सीमा पर तनाव बढ़ाए जाने के ​बाद भारत ने हर ओर से चीन के इरादों पर नजर रखने की रणनीति बनाई है। इसी के तहत अब हिंद महासागर में वायुसेना ने तेजस की तैनाती इस उद्देश्य से की है कि चीन के सैन्य अभ्यासों या हरकतों पर नजर बनाई रखी जा सके। कोरोना संकट के बीच चीन का सीमा पर विवाद खड़ा करना हैरानी भरा कदम है।
इससे पहले डोकलाम सीमा को लेकर भी चीन भारत के साथ अपने संबंध बिगाड़ चुका है।

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