लॉकडाउन के कारण प्रवासी मज़दूरों को घर पहुंचने में तरह-तरह की परेशानियों से गुज़रना पड़ रहा है। ये सभी आठ मज़दूर दिल्ली में दिहाड़ी पर काम करते थे। लॉकडाउन में काम बंद होने से रोज़ी रोटी का ज़रिया भी बंद हो गया।
लॉकडाउन ख़त्म होने का इंतज़ार करते हुए दो महीने गुज़र गए। अब पैसे नहीं हैं तो ब्याज़ पर पैसा लेकर साइकिल खरीदा है और अपने घर की राह पर निकल पड़े हैं। देखिए हमारे सहयोगी अजय झा ने उनसे बात की।
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