लॉक डाउन को लगे डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है। इस संकटकाल में हर कोई घर में कैद है। मगर सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना उन लोगों को करना पड़ा, जिनके परिजनों की लॉक डाउन में मौत हो गई। रोडवेज, ट्रेन और अन्य निजी साधनों के आवागमन पर रोक की वजह से ये लोग अपने परिजनों की अस्थियों का विसर्जन भी नहीं कर पाए। मगर रविवार को सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के 27 परिवारों को अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार जाने का मौका मिला।
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