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  • 5 years ago
राज्‍यसभा में नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करते हुए कांग्रेस की ओर से आनंद शर्मा ने कहा, संसद की समिति को इस बिल को भेजना चाहिए था. इसमें ऐसा क्‍या है कि इसे जल्‍द पास कराना जरूरी है. विरोध का कारण राजनीतिक नहीं, संवैधानिक है. यह भारतीय संविधान पर हमले जैसा है. यह बिल भारतीय गणराज्‍य की आत्‍मा पर की गई चोट है. यह लोकतंत्र के खिलाफ है. यह भारतीय संविधान की प्रस्‍तावना के भी खिलाफ है. इसलिए हम इस बिल का विरोध कर रहे हैं. आनंद शर्मा ने कहा, 72 साल में ऐसा पहली बार हुआ है, ये विरोध के लायक ही है. ये बिल संवैधानिक, नैतिक आधार पर गलत है, ये बिल प्रस्तावना के खिलाफ है. ये बिल लोगों को बांटने वाला है. हिंदुस्तान की आजादी के बाद देश का बंटवारा हुआ था, तब संविधान सभा ने नागरिकता पर व्यापक चर्चा हुई थी. बंटवारे की पीड़ा पूरे देश को थी, जिन्होंने इसपर चर्चा की उन्हें इसके बारे में पता था.

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