COVID-19- India’s Pandemic Of Poverty

  • 4 years ago
लॉकडाउन ने लाखों प्रवासियों और मज़दूरों को बेरोजगार करने के साथ-साथ भूखा मरने पर भी मज़बूर कर दिया है। सरकार के किसी को भूखा न सोने देने के दावे फेल हो रहे हैं। सरकारी घोषणाओं के बावजूद लाखों मज़दूरों को न ही राशन और न खाना ही मिल पा रहा है।

जानकार मानते हैं कि इस कोरोना महामारी के बाद आने वाली भूख और बेरोजगारी कहीं ज़्यादा बड़ी समस्या है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद लोगों की नौकरिया जानी शुरू हो गई है। इससे देश में और भी ज़्यादा ग़रीबी बढ़ सकती है। देखिए ये रिपोर्ट।

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