मंदसौर: बुलंद भारत की बदनसीब तस्वीर, बच्चें भी हुए पलायन को मजबूर

  • 4 years ago
कोरोना के कहर से मजदूर व्यवसाय शहर को छोड़ अपने गांव या शहर जाने पर मजबूर हो गए हैं। इसी बीच जो मजदूर 200, 300, 500 किलोमीटर दूर जाकर परिवार के साथ मजदूरी करने गए हैं, उन्हें वापस अपने निवास तक जाने के लिए पैदल चलना पड़ रहा है। बड़ी बात तो यही कि पलायन में छोटे-छोटे बच्चे, दूध पीते बच्चे भी अपने माता-पिता के साथ में पैदल चलते हैं नजर आ रहे हैं। यह पूरा माजरा प्रदेश में लगातार 2 दिनों से सड़कों व रेलवे ट्रैक पर दिख रहा हैं। जहां वो मजदूर जो गांव से बाहर कमाने के लिए निकले थे। आखिर प्रशासन जागा तो है, लेकिन देर से गरोठ में शुक्रवार, शनिवार को लगभग 400 लोगों को सामाजिक संस्थाओं द्वारा भोजन कराकर प्रशासन द्वारा बसों से रतलाम, नागदा, झाबुआ बसों से भेजा जा रहा है।

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