गोण्डा -किसान अब भी कर रहे रिजेक्टेड गन्नो की बुआई, नहीं है जानकारी

  • 4 years ago
गोंडा शासन प्रशासन द्वारा जिले में रिजेक्टेड गन्ने की खेती को लेकर जागरूकता फ़ैलाने के  वह प्रयास नहीं किये जा रहे जो होने चाहिए। चीनी मिलो में रिजेक्टेड गन्ने को बेचने में काफी किसानों को हमेशा दिक्कतें होती हैं। जिसके कारण किसान काफी परेशान रहते हैं। इस बार भी मिलों द्वारा रिजेक्टेड प्रजाति का गन्ना अभी तक नहीं खरीदा जा रहा है। बता दें कि गन्ना विभाग ने दो प्रजाति के गन्ने को रिजेक्ट प्रजाति में शामिल किया है जो क्रमशः ओसे 92423 व कास 110 है। किसानों के अनुसार उन्हें इस बारे मे जानकारी ही नहीं है कि कौन सा गन्ना बुआई के लिए उपयुक्त नहीं है वह यही प्रजाति हर बार बोते आ रहे हैं। गन्ना विभाग ने दो प्रजाति के गन्ने को रिजेक्ट कर दिया जिसमें कास 110 और ओसे 92423 शामिल हैं। बता दें कि जिले में अधिकांश किसानों द्वारा जानकारी के अभाव में यही रिजेक्ट गन्ना हमेशा से बुआई करते आ रहे हैं। जिन किसानों द्वारा पेड़ी बोई गई है उन्हें जानकारी होने के बाद भी पछताना पड़ रहा है। किसानों के अनुसार मिल द्वारा उन्हें रिजेक्ट गन्ने के नाम पर लौटा दिया जा रहा है। लेकिन विभाग द्वारा कभी इसकी जानकारी हमें नहीं दी गयी। आकड़ो की बात करें तो जिले में लगभग 30 फीसदी गन्ना रिजेक्ट प्रजाति के बोए गए हैं यह आंकड़ा विगत वर्षों में काफी बड़ा था। चूंकि गोण्डा जनपद गन्ना बेल्ट है इसलिए 30 फीसदी का आंकड़ा काफी बड़ा है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कितने किसानों द्वारा जानकारी के आभाव में इसको रोपा जा रहा है। रिजेक्ट गन्ने को विभाग ने इस लिए रिजेक्ट कर दिया क्योंकि पेराई के दौरान इनसे निकलने वाले शुगर की मात्रा कम होती है। चुकी किसानों को एक निश्चित मूल्य प्रदान करना होता है l

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