Skip to playerSkip to main content
  • 6 years ago
आपने वो मुहावरा सुना ही होगा "लेने के देने पड़ना" कई बार ज्यादा समझदारी में ऐसे हालात बन जातें है कि प्लानिंग फेल हो जाती है और परिस्थितियां उलट जाती है। इस मुहावरे का प्रत्यक्ष उदाहरण 'शाहीन बाग़' आंदोलन में देखने को मिल रहा है। नागरिकता कानून के विरोध में शुरू हुआ ये आंदोलन इतनी जल्दी देशभर में पहुंच जाएगा इसकी उम्मीद आंदोलनकारियों को भी नही थी।
#Modi #ShaheenBagh #CAA #Jamia #DelhiElections

Category

🗞
News
Be the first to comment
Add your comment

Recommended