हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।
“ अवाम के नाम ”
हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।
जम्हूरियत का जश्न हूं,
तरक्की की ताल हूं
वतन की परस्ती में
मज़हबी प्रयाग हूं
हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।
हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।
जम्हूरियत का जश्न हूं,
तरक्की की ताल हूं
वतन की परस्ती में
मज़हबी प्रयाग हूं
हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।
Category
🗞
News