Sorathi aur birjabhar ki katha (11 वा भाग-संपूर्ण कथा)

  • 4 years ago
Indian tradition
दोस्तों जब व्यास मुनि पंडित को नाक और कान दोनों कटवा कर राजा दक्ष सिंह राज्य से बाहर निकलवाया तो, व्यास मुनि पंडित घूमते घूमते गुजरात पहुंचे जब व्यास मुनि पंडित राजा खॆखड़ मल के पास गए और बोले कि सोरठपुर में एक सोरठी नाम की कन्या है जिसके पांव की सूरत के बराबर तुम्हारी 360 रानियों में से कोई नहीं है तुम सोरठी के साथ ब्याह करोगे तो तुम्हारी कोरी की शरीर निर्मल हो जाएगी

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