नया साल आने वाला है. इस साल कि 'इब्तिदा' कितने जोर-शोर से हुई और अब इन्तेहा होने वाली है. इब्तिदा यानी कि शुरुआत और इन्तेहा यानी किसी चीज का एक स्तर पर जाकर खत्म होना. अब शुरुआत किसी रिलेशनशिप की हो, या किसी काम की हो, हर इब्तिदा एक कोशिश होती है, एक तरह का जद्दोजहद होता है. मिसाल के तौर पर अगर आप लेखक बनना चाहते हैं तो ब्लॉग लिखने की इब्तिदा करते हैं. इब्तिदा यानी कि शुरुअत और इन्तिहा यानी किसी चीज का एक एक्सटेंट पर जाकर खत्म होजना... अब शुरुआत किसी रिलेशनशिप कि हो, या किसी काम की हो, हर इब्तिदा बेसिक्ली एक कोशिश होती है, एक तरह का स्ट्रगल होता है इंसान का कुछ हासिल करने के लिए. मिसाल के तौर पर आप राइटर बनना चाहते हैं तो ब्लोग लिखाने कि इब्तेदा करते हैं.
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