तेलीपाड़ा में लोग मकान बेचने को मजबूर

  • 4 years ago
आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में तेलीपाड़ा में तकरीबन 15 परिवार पलायन को मजबूर हैं। इन लोगों ने अपने घरों के आगे 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगा दिए हैं। दरअसल, यहां दो माह पहले तीन समुदायों के बीच हुए संघर्ष में एक युवक की जान चली गई थी। इसके बावजूद पुलिस अभी तक महज दो आरोपियों को पकड़ सकी है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि दूसरे पक्ष के द्वारा समझौते का दबाव बनवायाजा रहा है। इसके लिए धमकी मिल रही है। 



थाना ताजगंज के तेलीपाड़ा मोहल्ला मिश्रित आबादी का है। बीते 28 सितंबर की रात रुपए लेने के बावजूद कोल्ड ड्रिंक की बोतल न देने के मामले को लेकर विवाद हो गया। दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए, उसी बीच पथराव हो गया। पथराव में घायल तेलीपाड़ा निवासी पप्पू राठौर की 1 सप्ताह बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जिसमें पारस के चाचा निरंजन सिंह राठौर ने 23 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा कराया। पुलिस ने सिर्फ दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।



निरंजन का आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोग लगातार समझौते का दबाव बना रहे हैं और राजीनामा नहीं करने पर मकान खाली कराने की धमकी दे रहे हैं, उधर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है।



तेलीपाड़ा के कुछ घरों पर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगने की जानकारी स्थानीय पुलिस को हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों समुदायों के लोगों से बात की। उसके बाद मकान बिकाऊ के पोस्टर हटा दिए। 



एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी ने कहा- कुछ घरों पर पोस्टर लगे होने की जानकारी मिलने पर पुलिस वहां भेजी गई थी, जिनके घरों पर यह पोस्टर लगे थे। उनका कहना है कि यह पोस्टर उन्हीं के पड़ोसी एक व्यक्ति ने लगाए हैं। हालांकि पीड़ित पक्ष को पुलिस के द्वारा आश्वासन दिया गया है जो मुकदमा लिखा गया है उस पर पुलिस जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा। 

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