संवाद सत्र १४ अप्रैल, २०१४ एच.आई.ई.टी, ग़ाज़ियाबाद
प्रसंग: बोध शिविर क्या कोई यात्रा है जो हममे बदलाव लाती है? क्या बोध शिविर मौका है खुद को जानने का? कैम्प में आकर इतना हल्का क्यों महसुस होता है? बोध शिविर से क्या फायदा है? क्या बोध शिविर तुम्हें तुम्हारे चक्करों से बाहर निकालता है?