भोगना तो आध्यात्मिक आदमी ही जानता है || आचार्य प्रशांत (2017)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग, फ्री हर्ट्स शिविर
१२ नवम्बर, २०१७
ऋषिकेश

प्रसंग:
क्या आध्यात्म संसार से कट जाने का नाम है?
माखन-माखन संतो ने खाया छाछ जगत बप्राणी ऐसा क्यों कह रहे हैं कबीर?
क्या ये सही है कि योगी ही भोगी हो सकता है?
क्या आध्यात्म तरक्की का नाम है?
क्या आध्यात्मिक आदमी वहाँ रहता है जहाँ उसे होना चाहिए?
दुबिधा में दोनों गये "माया मिली न राम" कबीर क्यों बताना चाह रहें है?