शब्दयोग सत्संग २९ मार्च, २०१७ अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग: स्वामी विवेकानंद में रामकृष्ण ने क्या खास देखा? स्वामी विवेकानंद जैसे कैसे बनें? स्वामी विवेकानंद जैसी आग हमारे भीतर कैसे आये? क्या है तुममें विवेकानंद जैसी प्यास? गुरु का क्या काम हैं? अध्यात्म क्या हैं?