चारों ओर भीड़ अशांत, भीतर रहे निर्जन एकांत || आचार्य प्रशांत, युवाओ के संग (2012)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
३ अप्रैल २०१२
के.ई.सी कॉलेज, गाजियाबाद

प्रसंग:
निर्जन एकांत माने क्या?
चारों ओर भीड़ अशांत, भीतर रहे निर्जन एकांत
अकेलापन से क्यों घबराता हूँ?

संगीत: मिलिंद दाते