शब्दयोग सत्संग २८ फ़रवरी, २०१८ अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग: अकारण आनंदित कैसे जीए? आनंद और सुख में क्या अंतर होता है? आनंद की प्राप्ति कैसे हो? सुख और आनंद में क्या अंतर है? होशमंद कैसे जीये? कैसे जाने की होशमंद है या बेहोशमंद? क्या होश में जीना ही आनंद है? परम आनंद कैसे प्राप्त हो? क्या आनंद या तृप्ति को जाना भी जा सकता है? परम आनंद का अनुभव कब होती हैं? क्या केवल आनंद ही सत्य है? जीवन में अमूल्य क्या है?