मज़े का आकर्षण हिंसक मन को ही है || आचार्य प्रशांत (2014)
- 4 years ago
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२० जुलाई २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
मज़े का आकर्षण हिंसक मन को क्यों है?
क्या हिंसक मन का शिकार सभी है?
मन हिंसक क्यों हो जाती है?
क्या मन का स्वभाव है हिंसक हो जाना?
शब्दयोग सत्संग
२० जुलाई २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
मज़े का आकर्षण हिंसक मन को क्यों है?
क्या हिंसक मन का शिकार सभी है?
मन हिंसक क्यों हो जाती है?
क्या मन का स्वभाव है हिंसक हो जाना?