शब्दयोग सत्संग, हार्दिक उल्लास शिविर १५ जून २०१८ पचमढ़ी, मध्य प्रदेश
प्रसंग: संसार क्या हैं? संसार को मन का प्रक्षेपण क्यों कहा गया है? ग्रंथों की दृष्टि में संसार का क्या स्थान है? क्या सब कुछ माया है? क्या संसार का अस्तित्व एक झूठ है? इस संसार की सच्चाई क्या है? संसार की सत्यता किसमें है? संसार को क्षणभंगुर क्यों कहा गया है? जन्म-मरण के पार कैसे जाया जा सकता है?