शब्दयोग सत्संग, विश्रांति शिविर ०४ जून २०१८ पुणे, महाराष्ट्र
प्रसंग: क्या मन के सारे प्रश्न व्यर्थ हैं? मन की बकबक को कैसे दूर करें? मन को शांत कैसे रखें? मन के फालतू चक्करों से कैसे बाहर निकलें? चुभती बातों को मन से कैसे निकालें? मन के विचारों से मुक्ति कैसे मिले? छोटी-छोटी बातें मन को क्यों प्रभावित करती हैं?