आजकल हर चर्चा में दो मुद्दों पर जरूर बात होती है. कहा जाता है कि भारत के पास मौके बहुत हैं. लेकिन इकनॉमी में स्लोडाउन की भी बात होती है. भारत में इकनॉमी कैसी है? आगे इसकी क्या दशा होगी, यह जानने के लिए हमने एक ऐसी कंपनी से बात करने की सोची जो खुद आर्थिक तौर पर सेहतमंद हो. इस मुद्दे पर क्विंट हिंदी, क्विंट इंग्लिश और ब्लूमबर्गक्विंट के लिए हमने वेदांता रिसोर्सेज के फाउंडर चेयरमैन अनिल अग्रवाल से बात की.