अच्छी कहानी पर खराब फिल्म कैसे बनाई जाती है, इसका उदाहरण है 'शिवाय'। इस कहानी पर एक सफल और अच्छी फिल्म बनने के कई तत्व मौजूद थे, लेकिन स्क्रीनप्ले ने पानी फेर दिया। 'शिवाय' देखने के बाद हमें दो-तीन एक्शन सीक्वेंसेस और बेहतरीन सिनेमाटोग्राफी ही याद रहती है।