देश के आठवें प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जीवनी का विमोचन मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल किया. राज्यसभा के उपसभापति और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश ने ये जीवनी अंग्रेज़ी में लिखी है, टाइटल है Chandrasekhar: The last Icon of Ideological Politics. ये सुखद संयोग ही था कि चंद्रशेखर पर लिखी गई किताब के लोकार्पण और विमोचन के लिए हरिवंश ने पार्लियामेंट लाइब्रेरी के सभागार का चुनाव किया. चंद्रशेखर की आत्मा संसद में बसती थी और चार दशक से भी अधिक लंबे संसदीय जीवन में सदन के अंदर जो तमाम बातें उन्होंने रखी, उसमें विद्वता का जो पुट था, उसके मूल में था उनका गंभीर अध्ययन और जनता के सरोकारों से जुड़े रहने की उनकी प्रवृति, जिसका प्रतीक है संसद भवन परिसर, जिसके दोनों सदनों में चंद्रशेखर ने अपनी अमिट छाप छोड़ी.
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