मदरसों की प्रकृति गोडसे जैसी शख्सियत पैदा करने की नहीं

  • 5 years ago
रामपुर. समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने मदरसों की शिक्षा प्रणाली में कम्प्यूटर और गणित को शामिल कर उन्हें मुख्यधारा में लाने के फैसले पर विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने मंगलवार को कहा कि मदरसों की प्रकृति नाथूराम गोडसे या प्रज्ञा सिंह ठाकुर जैसी शख्सियत नहीं पैदा करने वाली नहीं है। अगर सरकार मदरसों की मदद करना चाहती है तो उनकी बिल्डिंग बनवाए और सुविधाएं बढ़ाई जाएं। केंद्र सरकार अगले 5 साल में अल्पसंख्यक समुदाय के 5 करोड़ छात्रों को छात्रवृत्ति देने की योजना जुलाई से शुरू करेगी। इसके अलावा मदरसों में कम्प्यूटर, गणित और विज्ञान जैसे विषय भी पढ़ाए जाएंगे।

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