कोई कलेक्टर यदि 45 डिग्री तापमान में अपने चैंबर और वाहन से एसी हटाकर बीमार बच्चों के रूम में लगवा दे तो इसे एक उदाहरण माना जाएगा. उमरिया जिले के कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने यह काम किया है. सोमवंशी ने कुपोषित बच्चो का दर्द देखा. पहले तो उनके रूम में चंदे से एसी लगवाने का प्लान बनाया लेकिन उसमे सफलता नहीं मिली तो प्रचंड गर्मी को देखकर कलेक्टर ने अपने चैंबर और सभा कक्ष के एसी ही बच्चों के कमरे में लगवा दिए.