इस दौरान चिराग पासवान ने कहा मैं पूरी तरह आश्वस्त होकर कहता हूं कि मैं हाजीपुर से नामांकन नहीं करूंगा. यह मेरे कुछ लोगों की साजिश है. मेरे चाचा पशुपति कुमार पारस ही 15 अप्रैल को हाजीपुर से नामांकन करेंगे. भूतपूर्व सैनिकों द्वारा राष्ट्रपति को सैनिकों के नाम पर वोट मांगने के मामले पर दिए गए पत्र पर उन्होंने कहा कि देश की सेना कभी कमजोर नहीं थी. मगर राजनीतिक इच्छा शक्ति कमजोर थी. मोदी सरकार में सेना का मनोबल बढ़ाने का काम किया है.
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