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  • 7 years ago
51 साल बाद सोमवार के दिन महाशिवरात्रि

महाशिव रात्री बहुत ही पावन त्यौहार हैं. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का गठबंधन हुआ था या यह कह सकते हैं कि आज के दिन भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ . इस दिन दुनिया भर में लोग उपवास –पूजा पाठ और शिव पूजा करते हैं.इस दिन लोग भगवान शिव का अभिषेक दूध-दही और शहद से करते हैं और उन्हें चन्दन का लेप लगाते हैं इसके बाद उन्हें तीन मुखी बेलपात्र,और फल-फूल भी अर्पित करते है साथ ही आज कई मंदिरों में पूजा-हवन के साथ भंडारे का आयोजन भी किया जाता हैं.इस दिन भगवान शिव-पार्वती का श्रंगार भव्य होता हैं और उज्जैन जैसे बड़े मंदिरों में शिव-पार्वती की झांकियां भी निकली जाती हैं. इस दिन जगह-जगह मेला लगता हैं और चाहे छोटे मंदिर हों या बड़े मंदिर हों सभी जगह महाशिवरात्रि भुत धूमधाम से मनाई जाती हैं .

महाशिवरात्री के दिन मंदिरों में भगवान शिव-पार्वती के दर्शन के लिए भक्तों का मेला सा लग जाता हैं और हर कोई आज के दिन बाबा भोलेनाथ के दर्शन करना चाहता हैं और अपना जीवन शिव आशीर्वाद से सफल करना चाहता हैं.शिव भक्तों के लिए महाशिवरात्री का बहुत ही महत्वपूर्ण हैं.महाशिवरात्री फाल्गुन महा को एक खास दिन पर मनाई जाती हैं .इस दिन की तिथि हर साल बदलती हैं क्योंकि यह दिन गृह-नक्षत्र के दौरा तैय की जाती हैं. इस साल महाशिवरात्रि 4 मार्च 2019 सोमवार के दिन पड़ रही हैं.इस साल शिवरात्री में अद्भुत संयोग बन रहे हैं,इसलिए आज के दिन व्रत,पूजा-पाठ और शिव-पार्वती की आराधना करनी चाहिए साथ ही फल-नवेद का भोग लगाना चाहिए.

जोतिषों के मुताबिक इस साल महाशिवरात्रि 51 सालों के बाद सोमवार को पड़ रही हैं और सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन कहलाता हैं,इसलिए इस बार की महाशिव रात्री और भी खास हैं! इस दिन कई लोग रुद्राभिषेक करते हैं,ऐसा कहा जाता हैं कि आज के दिन किया गया रुद्राभिषेक बहुत ही फलदाई होता हैं .

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